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स्वास्थ्य अनुसंधान में नई दिशा: गाज़ियाबाद में पाँच दिवसीय आईसीएमआर कार्यशाला का शुभारम्भ

राजेन्द्र चौधरी संवाददाता राष्ट्रीय दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गाजियाबाद।

गाज़ियाबाद, 26 अगस्त। राम चमेली छद्दा विश्वास (आरसीसीवी) गर्ल्स कॉलेज और संकल्प – एक सामाजिक संस्था के संयुक्त तत्वावधान में, भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर), स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा प्रायोजित पाँच दिवसीय कार्यशाला “एप्लाइड हेल्थ रिसर्च मेथडोलॉजी: कॉन्सेप्ट्स, टूल्स एंड प्रैक्टिस” का शुभारम्भ आज हुआ।

उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार में मंत्री श्री सुनील कुमार शर्मा ने कहा कि ऐसी कार्यशालाएँ स्वास्थ्य अनुसंधान में नई ऊर्जा और अवसर प्रदान करती हैं। विशिष्ट अतिथि पूर्व विधायक व आरसीसीवी कॉलेज गवर्निंग बॉडी अध्यक्ष श्री कृष्ण वीर सिंह सिरोही ने छात्र-छात्राओं के लिए इसे “शोध पद्धति सीखने का सुनहरा अवसर” बताया।

गेस्ट ऑफ ऑनर डॉ. अभिलेश मोहन (मुख्य चिकित्साधिकारी, गाज़ियाबाद) ने व्यावहारिक प्रशिक्षण के महत्व को रेखांकित किया। वहीं, डॉ. राकेश कुमार (डिप्टी सीएमओ) ने कहा कि सटीक शोध नीति-निर्माण के लिए आवश्यक है। डॉ. जितेन्द्र कुमार नागर (दिल्ली विश्वविद्यालय व ईएसडीए इंडिया) ने युवा शोधकर्ताओं को सही दिशा देने की आवश्यकता पर बल दिया।

कॉलेज की प्राचार्य डॉ. नीतू चावला ने आईसीएमआर से जुड़कर इस आयोजन को संस्थान के लिए गौरवपूर्ण क्षण बताया। संकल्प संस्था के अध्यक्ष डॉ. भूपेन्द्र नागर ने कहा कि यह कार्यशाला अकादमिक और सामाजिक दोनों स्तरों पर लाभकारी सिद्ध होगी।

पहले दिन के तकनीकी सत्र में डॉ. जितेन्द्र कुमार नागर ने शोध पद्धति का परिचय दिया, डॉ. कमल सिंह (वल्लभभाई पटेल चेस्ट इंस्टीट्यूट) ने शोध प्रस्ताव लेखन पर जानकारी दी और डॉ. रविशंकर एन. ने बायोस्टैटिस्टिक्स की मूल बातें समझाईं। अंत में छात्रों संग खुला संवाद हुआ।

यह कार्यशाला 30 अगस्त तक जारी रहेगी और शोधकर्ताओं को स्वास्थ्य अनुसंधान की नई दिशा प्रदान करेगी।

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