हिंदू मुस्लिम चाहे जो लिक्खा हो माथे पर, मगर आपके सीने पर हिंदुस्तान होना चाहिए। नवाज़ देवबंदी


दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ग्रेटर नोएडा
दनकौर में हुआ विराट कवि सम्मेलन, प्रसिद्ध कवि हुए शामिल।
ग्रेटर नोएडा।दनकौर के श्री कृष्ण जन्मोत्सव मेला जो 19 अगस्त को शुरू हुआ था इसका समापन 29 अगस्त को होना था इस मेले को 1 दिन और बढ़ाया गया मंगलवार को यहां विराट कवि सम्मेलन आयोजित किया गया इस कवि सम्मलेन की शुरूआत डीसीपी अभिषेक वर्मा, एसीपी बृजनंदन रॉय, रानी सती एसोसिएट ग्रेटर नोएडा के पवन गोयल, अमित गोयल, धर्मेंद्र शर्मा, हिमांशु शर्मा,श्री द्रोण गोशाला समीति के अध्यक्ष राकेश गर्ग, श्री द्रोण गोशाला समीति के प्रबंधक रजनीकांत अग्रवाल, मनीष मांगलिक, संजीव मांगलिक,भाकियू नेता पवन खटाना,राजे कसाना, मनोज गर्ग ने की।कवि सम्मेलन में देश के मशहूर शायर डॉक्टर नवाज देवबंदी, अरुण जैमिनी, पवन दीक्षित, ताहिर फराज, महेंद्र अजनबी, वेद प्रकाश वेद, प्रताप फौजदार,महेंद्र शर्मा,अनिल अग्रवंशी, सुदीप भोला, दीपक सैनी शामिल हुए यह कवि सम्मेलन रात्रि 9:00 बजे शुरू हुआ जिसमें हजारों लोग जुटे।कवि सम्मेलन का संचालन दीपक सैनी ने किया। इस मौके पर कवियों ने अपनी कविताओं द्वारा मौजूद लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया इस मौके पर शायर नवाज देवबंदी ने एक देशभक्ति से ओतप्रोत कविता पढ़ी जिस पर हजारों लोगों ने तालियां बजाई।
"रोशनी का कुछ न कुछ इमकान होना चाहिए,,,बंद कमरे मे भी रोशनदान होना चाहिए,,, वो जो अनपढ़ है चलो हैवान है तो ठीक है ।
हम पढ़े लिक्खो को तो इंसान होना चाहिए।।
हिंदू मुस्लिम चाहे जो लिक्खा हो माथे पर मगर।
आपके सीने पर हिंदुस्तान होना चाहिए।
इनके अलावा ताहिर फ़राज़ ने भी बेहतरीन ग़ज़ल पढ़ीं जिसमें
इतना भी करम उनका कोई कम तो नहीं है।
ग़म देके वो पूछे हैं कोई ग़म तो नहीं है।
 इनके अलावा शायर पवन दीक्षित ने भी बेहतरीन शेर पड़े जिसमें आज के हालात ओर आम लोगों की जिन्दगी देखकर फिर ये कहता हैं...
माँ रोज़ जेब देखे है, बेरोज़गार की
बेटे की जेब में कहीं सल्फास तो नहीं।
लाख दुनिया के रंजो ग़म लेंगे
तेरे एहसान अब न हम लेंगे
अबके अम्मा की आंख बननी है
आज से दूध थोड़ा कम लेंगे
इसके आलावा उन्होने 
बुरे लोग दुनिया का ख़तरा नहीं
शरीफ़ों की चुप्पी खतरनाक है।
इन सबके अलावा अरुण जैमिनी, लाफ्टर स्टार दीपक सैनी,महेंद्र अजनबी, वेद प्रकाश वेद, प्रताप फौजदार, महेंद्र शर्मा,अनिल अग्रवंशी, सुदीप भोला ने अपनी हास्य कविताएं के जरिए लोगों का भरपूर मनोरंजन किया। कवि सम्मेलन सुबह 4:00 बजे तक चला, सभी ने पूरा लुफ्त उठाया इस मौके पर संदीप जैन, सोनू वर्मा,मुकुल बंसल,मुकेश आड़ती, नासिर अब्बासी,मुकेश जैन, रईस अहमद भी मोजूद रहे।

Post a Comment

0 Comments