बागपत में हिन्दू-मुस्लिमों ने मिलकर मनाया ईद उल फितर का त्यौहार।

विश्व  में शांति, कोरोना की समाप्ति, मुल्क की उन्नति और अमन-चैन के लिए मांगी गयी दुआएं।
ईद का पवित्र व पावन त्यौहार समाज में आपसी भाईचारा कायम करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है - डॉ जाकिर हसन
फ्यूचर लाइन टाईम्स संवाददाता बागपत, उत्तर प्रदेश से विवेक जैन।
जनपद बागपत में ईद उल फितर का त्यौहार बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। जनपद बागपत में पढ़ी गई ईद की नमाज में विभिन्न मस्जिदों व ईदगाहों में हजारों - लाखों अकीदतमंदों ने विश्व में शांति, कोरोना महामारी की समाप्ति, देश की उन्नति व अमन-चैन के लिए दुआएं मांगी। बागपत शहर की रहने वाली सपा नेत्री नईमा खान ने बताया कि ईद उल फितर मुस्लिम समाज का सबसे प्रमुख और पवित्र धार्मिक त्यौहार है, जिसे पूरी दुनिया के मुसलमान बड़े ही धूमधाम और हर्षोल्लास के साथ मनाते है। युवा समाज सेवी नईम राणा ने बताया कि रमजान का पूरा महिना रहमतों का महीना माना जाता है और लोग 30 दिनों तक रोजा रखने के साथ-साथ अल्लाह की ईबादत करते है और चाँद के नजर आने के बाद ईद का त्यौहार अल्लाह में विश्वास रखने वाले सभी लोग मिलकर मनाते है। बसौद के प्रमुख समाज सेवी मास्टर सत्तार और समीर अहमद ने बताया कि अल्लाह के बंदों को रमजान माह और ईद के दिन सामर्थ्य के अनुसार जरूरतमंदो को दान और नेक कार्य करने चाहिए। रटौल के पूर्व जिला पंचायत सदस्य और प्रमुख समाजसेवी डॉ जाकिर हसन ने कहा कि ईद का पवित्र व पावन त्यौहार समाज में आपसी भाईचारा कायम करने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा करता है। पांची की समाज सेविका गुलिस्ता मुमताज और गुलजार आलम ने कहा कि ईद से पहले रमजान के पवित्र माह में रोजेदार जिस प्रकार कठिन दिनचर्या का पालन करते हुए अल्लाह की इबादत करते है, ईद का दिन सभी रोजेदार को ऐसा सकून और हर्ष प्रदान करता है जिसको सिर्फ महसूस किया जा सकता है, शब्दों में व्यक्त नही किया जा सकता। बागपत के समाज सेवी जाहिद कुरैशी व साजिद उर्फ सोनू ने बताया कि ईद उल फितर का त्यौहार अल्लाह का आभार व्यक्त करने और अल्लाह को याद करने का अवसर प्रदान करता है। इस अवसर पर कर्नल ब्रजपाल सिंह, जुल्फीकार, नरेन्द्र, शाकिर एड़वोकेट, उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा सम्मानित वरिष्ठ पत्रकार विपुल जैन, परवेज काठा आदि उपस्थित थे।

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