गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में ड्रोन प्रौद्योगिकी कौशल विकास और अनुसंधान के लिए समझौता ज्ञापन पर हुए हस्ताक्षर।

मनोज तोमर ब्यूरो चीफ फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतम बुद्ध नगर।ग्रेटर नोएडा। गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय में ड्रोन प्रौद्योगिकी कौशल विकास और अनुसंधान के लिए समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर।
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय (जीबीयू) ने ड्रोन प्रौद्योगिकी के लिए अपनी तरह का उत्कृष्टता केंद्र शुरू किया।
सीईडीटी का लक्ष्य पांच डिवीजनों के लिए है। ये हैं छात्रों के लिए कौशल विकास और प्रशिक्षण, ड्रोन का ऐप-विशिष्ट स्वायत्तता का विकास, ड्रोन का परीक्षण, ड्रोन में अनुसंधान और ड्रोन का परीक्षण।
उसी के संबंध में, ओम्निप्रेजेंट रोबोट टेक और एनएसडीसी स्किलसेट काउंसिल इंस्ट्रुमेंटेशन ऑटोमेशन सर्विलांस कम्युनिकेशन (आईएएससी), और जीबीयू के बीच संयुक्त समझौता ज्ञापन की औपचारिकताएं पूरी हो गई ।
इस अवसर पर जीबीयू के कुलपति प्रो रवींद्र सिन्हा,  ओम्निप्रेजेंट रोबोट टेक सीटीओ सुश्री ज्योति वशिष्ठ, आईएएससी
सीईओ श्री ब्रजेश पोद्दार, आईएसएसी सलाहकार डॉ बाबू लाल, डीन अकादमिक, आईसीटी के डीन स्कूल प्रो एस के शर्मा, डीन डॉ नीति राणा, और अन्य विभागीय डीन, डॉ ओम प्रकाश, डॉ अरविंद सिंह, और सीईडीटी के सदस्य उपस्थित थे।
प्रो. आर.के सिन्हा, कुलपति- जीबीयू, ने कहा कि विश्वविद्यालय में कई छात्र ड्रोन प्रौद्योगिकी क्षेत्र में प्रगति कर रहे हैं। वह बहुत आशावादी हैं कि सीईडीटी रक्षा, कृषि, रसद और चिकित्सा जैसे कई क्षेत्रों में राष्ट्र की मदद करेगा।
सीईडीटी के अध्यक्ष डॉ राजेश मिश्रा, संयोजक डॉ नवेद जफर रिजवी हैं, और सदस्य डॉ मनमोहन सिंह सिशोदिया, डॉ नवीन कुमार, डॉ ओमवीर सिंह और डॉ विमलेश कुमार  हैं।

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