इतिहास लेखन एवं ऐतिहासिक शोध पर विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन

 
फ्यूचर लाईन टाईम्स मनोज तोमर ब्यरो चीफ गौतम बुद्ध नगर
गौतम बुद्ध नगर कु. मा. राजकीय महिला स्नातकोत्तर महाविद्यालय, बादलपुर, गौतम बुद्ध नगर में दिनांक 28 जनवरी 2022 को स्वामी विवेकानंद अध्ययन केंद्र एवं इतिहास विभाग के संयुक्त तत्वावधान में विशिष्ट व्याख्यान का आयोजन किया गया। व्याख्यान का विषय था "इतिहास लेखन एवं ऐतिहासिक शोध"। सर्वप्रथम व्याख्यान संयोजक डॉ. किशोर कुमार द्वारा मुख्य वक्ता माननीय डॉ. बालमुकुंद पांडे, अखिल भारतीय इतिहास संकलन योजना के राष्ट्रीय संगठन मंत्री का परिचय प्रस्तुत करते हुए विषय की प्रासंगिकता और महत्व पर प्रकाश डाला गया। इसके पश्चात कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रही प्राचार्य डॉ दिव्या नाथ ने डॉ. बालमुकुंद पांडे जी के प्रति स्वागत उद्बोधन देते हुए कहा कि डॉ. बाल मुकुंद पांडे जी हमारे मध्य हैं , उन्होंने हमारे आतिथ्य को स्वीकार किया और अपना बहुमूल्य समय हमें दिया, इसके लिए हम उनका आभार व्यक्त करते हैं। हमें आशा है कि उनके उद्बोधन के माध्यम से हम निश्चित ही  विषय से संबंधित नए तथ्यों को जान पानी में समर्थ होंगे। इसके पश्चात बालमुकुंद पांडे जी ने अपने वक्तव्य में कहा कि इतिहास "जो जैसा है वैसा होना चाहिए"। तथ्यों को तोड़ मरोड़ कर प्रस्तुत करना, राजनीतिक लक्ष्यों को पूर्ण करने की दृष्टि से लिखा जाना, इतिहास के साथ न्याय नहीं है। अब समय है कि हम अपने पूर्वजों की गौरवगाथा भावी पीढ़ी के सम्मुख प्रस्तुत करें । उन्होंने कहा कि शिक्षक बुद्धिजीवी वर्ग है, वह जो साहित्य लिख रहा है तथा अपने विद्यार्थियों को पढ़ा रहा है , उसे सत्य से आच्छादित करें । राष्ट्र के हित के लिए यह आवश्यक है कि हम अपने गौरवशाली अतीत को जाने और उसके संवाहक बने । सभी प्राध्यापकों, शोधार्थियों और विद्यार्थियों के द्वारा डॉ. बालमुकुंद पांडे  के प्रभावशाली उद्बोधन की प्रशंसा और सराहना की गई । डॉ. पांडे ने प्राध्यापकों एवं विद्यार्थियों द्वारा पूछे गए प्रश्नों एवं जिज्ञासाओं का सरल शब्दों में समाधान भी प्रस्तुत किया । कार्यक्रम के अंत में संयोजक डॉ किशोर कुमार द्वारा मुख्य वक्ता डॉ बालमुकुंद पांडे जी, कार्यक्रम की अध्यक्षा डॉ. दिव्या नाथ एवं उपस्थित प्राध्यापकों और विद्यार्थियों का आभार ज्ञापित किया।कार्यक्रम के आयोजन में आयोजन सचिव डॉ. दिनेश चंद शर्मा, डॉ आशा रानी डॉ दीप्ति वाजपेयी, डॉ निधि रायजादा, डॉ अनीता सिंह, डॉ अरविंद सिंह एवं डॉ. बसंत कुमार का विशेष योगदान रहा। रोचकता एवं प्रतिभागिता की दृष्टि से कार्यक्रम अपने उद्देश्यों में पूर्ण सफल रहा। 100 प्रतिभागियों ने जूम प्लेटफार्म तथा लगभग 150 प्रतिभागियों ने यू ट्यूब लाइव के माध्यम से कार्यक्रम में सहभागिता की।

Post a Comment

0 Comments