रामप्रसाद बिस्मिल, शहीद राजेन्द्र सिंह लाहड़ी, शहीद अशफाक उल्लाखाँ व शहीद रोशन सिंह के शहीदी दिवस पर श्रृद्धांजलि।

फ्यूचर लाइन टाईम्स, सुनील गोतम ब्यूरो चीफ गाजियाबाद ।

गाजियाबाद : दिनाँक 19, 2020, दिन शनिवार सुबह 10ः30 बजे सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी (सुभास पार्टी) द्वारा काकोरी कांड के शहीदों शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, शहीद रोशन सिंह, शहीद अशफाक उल्लाखाँ, शहीद राजेंद्र सिंह लाहडी को उनके शहीदी दिवस पर श्रृद्धांजलि दी गई।  सुभाषवादी भारतीय समाजवादी पार्टी के कार्यालय पर 1925 में काकोरी कांड के शहीदों को श्रृद्धांजलि दी गई। 9 अगस्त 1925 को काकोरी  नामक स्थान पर भारतीय क्रांतिकारी दल हिंदुस्तान रिपब्लिक एसोसिएशन ने अंग्रेजों का सरकारी खजाना जो ट्रेन से जा रहा था उस ट्रेन को लूटा गया उसे काकोरी कांड का नाम दिया गया।श्रृदांजलि सभा  को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय संयोजक सत्येंद्र यादव ने कहा काकोरी कांड में क्रांतिकारियों को कुल 4601 रुपये प्राप्त हुए इस घटना को काकोरी कांड के नाम से जाना गया, देश के क्रांतिकारियों ने देश को आजाद कराने के लिए हथियारों को खरीदने के लिए इस घटना को अंजाम दिया जबकि इस घटना में किसी भी व्यक्ति की हत्या नहीं हुई थी फिर भी अत्याचारी अंग्रेज सरकार ने भारत माता के लाल शहीद रामप्रसाद बिस्मिल, शहीद ठाकुर रोशन सिंह, शहीद अशफाक उल्लाखाँ, शहीद राजेन्द्र सिंह लाहडी को फांसी की सजा दी। राजेन्द्र सिंह लाहडी को गोंडा जेल में 17 दिसंबर 1927 को व 19 दिसंबर 1927 को अन्य तीन शहीद शहीद रामप्रसाद बिस्मिल को गोरखपुर में शहीद ठाकुर रोशन सिंह को इलाहाबाद में शहीद अशफाक उल्लाखाँ को फैजाबाद में फांसी दी गई श्रृद्धांजलि सभा को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने कहा भारत माता के चारों लाल देश को आजाद करने के लिए शहीद हो गए, हमारे शहीदों क्रांतिकारियों ने भारत माता को स्वतंत्र कराने के लिए अपना सर्वाेच्च बलिदान भारत माता की बलिवेदी पर दे दिया जिनकी बदौलत आज हम यह खुशहाल जिंदगी जी रहे हैं आज उनके शहीदी दिवस पर उन्हें याद करते हुए बस इतना ही कहेंगे भारतवासी सारी जिंदगी अपने शहीदों का क्रांतिकारियों का ऋण नहीं उतार पाएंगे इस अवसर पर विनोद कुमार अकेला ने संबोधित करते हुए कहा वास्तव में आज हमें अपने शहीदों क्रांतिकारियों से प्रेरणा लेकर देश के सुधार में लगना चाहिए क्योंकि वर्तमान में ऐसी परिस्थितियाँ बन गई हैं जहां पर केवल और केवल पूंजीवाँद हावी है राष्ट्रवाद देशभक्ति या देश की जनता जिनके लिए हमारे क्रांतिकारी शहीद हो गए उनके लिए कोई विचारधारा आज राजनीतिक लोगों में दिखाई नहीं दे रही है इस अवसर पर मुख्य रूप से मनोज कुमार शर्मा ‘होदिया’ अभिनन्दन तिवारी, दीपक चित्तोड़िया, एडवोकेट सूरजभान सिंह, अनिल सिन्हा (प्रभारी बिहार प्रदेश), रामगणेश सिंह, विरेन्द्र कुमार गुप्ता, सुभाष ठाकुर, राकेश दुबे, राजेश यादव, राजेन्द्र गौतम, गणेश दीक्षित, श्रेंयाश, श्रीवास्तव, रिषेक, पन्नालाल प्रसाद, एडवोकेट राजीव गौतम, गाजियाबाद विधानसभा प्रभारी बीरपाल यादव, लोनी विधानसभा प्रभारी टी. आर. दूबे, साहिबाबाद विधानसभा प्रभारी सुजित तिवारी, सन्दीप कुमार, रामगोपाल, रिंकू, जगदीश राय गोयल, नसरुदद्ीन मलिक, विवेक राणा, विकास कुमार, सन्नी, अक्षय, दीपक पाल आदि सैंकड़ों मुख्य रूप से उपस्थित थे।

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