तो मैं मेरा मस्तक झुकाकर,हाथ जोड़कर, सहृदय...

फ्यूचर लाइन टाईम्स 


मेरे अहंकार से....यदि मैने किसी को नीचा दिखाया हो...
मेरे क्रोध से.... यदि किसी को दुःख पहुचाया हो।
मेरे झूठ से... किसी को कोई परेशानी हुई हो।
मेरे ना से.... किसी की सेवा में,दान में, बाधाआयी हो।
मेरे हर एक कण कण से जो मैने किसी को निराश किया हो।
मेरे शब्दों से... जो किसी के हृदय को ठेस पहुचाई हो।
जाने अनजाने में यदि मैं आपके कष्ट का कारण बना हूँ।
तो मैं मेरा मस्तक झुकाकर,हाथ जोड़कर, सहृदय...


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