ग्रेटर नोएडा। शारदा विश्वविद्यालय के रिसर्चर इंद्रजीत राय को ब्रिटिश संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स से पुरस्कार मिलने पर सम्मान समारोह का हुआ आयोजन।
ग्रेनो के नॉलेज पार्क स्थित शारदा विश्वविद्यालय के रिसर्चर व नामी न्यूज चैनल के वरिष्ठ पत्रकार इंद्रजीत राय को ब्रिटिश संसद के हाउस ऑफ कॉमन्स में वर्ल्ड बुक ऑफ रिकॉर्ड सेरेमनी का आयोजन किया गया। जहां इन्द्रजीत राय को भारत के पहले और दुनिया के सबसे लंबे समय तक फॉरेंसिक जर्नलिस्ट रहने का पुरस्कार मिलने पर विश्वविद्यालय के चांसलर पीके गुप्ता ने सम्मानित किया । नामी न्यूज़ चैनल के एक्ज़िक्यूटिव एडिटर के साथ-साथ फॉरेंसिक साइंटिस्ट और कई राज्यों की पुलिस एकेडमी के फॉरेंसिक ट्रेनर भी हैं।
विश्वविद्यालय के चांसलर पीके गुप्ता ने भारतीय फॉरेंसिक जर्नलिस्ट इन्द्रजीत राय को बधाई देते हुए कहा कि सही मायनों में फॉरेंसिक साइंस के इस्तेमाल से ही शान्ति के लिए विनाशक फेक न्यूज़ को रोका जा सकता है। शिक्षा ही दुनिया को विकास के रास्ते पर आगे ले जा सकती है.।इन्द्रजीत जैसे दूसरे नौजवानों को भी विज्ञान का कुछ अलग इस्तेमाल करना होगा।उनके योगदान के लिए बधाई दी और फॉरेंसिक जर्नलिज्म को समाज में फेक न्यूज़ के खात्मे के लिए ज़रूरी बताया। शान्ति के लिए जरूरी है कि समाज के सभी लोग अपना उत्कृष्ट योगदान दें।
इस अवसर पर इंद्रजीत राय ने कहा कि भारत एक महान देश है, पिछले 10 सालों में तरक्की की तरफ कई कदम बढ़ाए हैं। भारत ने अपने पुराने कानून को बदल दिया है। फॉरेंसिक साइंस अब हर संगीन अपराध की जांच में जरूरी हो गया है। जर्नलिज्म अब भारत में हकीकत बन चुका है।कहा कि दुनिया में विज्ञान और तकनीक का इस्तेमाल जब शांति और सहयोग के लिए होगा तभी सही मायनों में दुनिया विकास के रास्ते पर आगे बढ़ेगी। फॉरेंसिक जर्नलिज्म को सुरक्षित समाज के लिए जरूरी बताया। पत्रकारिता एक ऐसा काम है जो समाज के लिए कार्य करता है। पत्रकारिता में विज्ञान का उपयोग करके आप बेहतर कर सकते है और भीड़ में सबसे अलग दिखाई देंगे। आज के युवा तकनीक इस्तेमाल कर रहे है। जो देश और समाज के हित में है।
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