दादरी नगर की दुर्दशा पर उठा जनाक्रोश — नगर पालिका अध्यक्ष और अधिकारियों के खिलाफ खुला विरोध पत्र, सड़कों की खस्ता हालत और अतिक्रमण बना जनता की पीड़ा का कारण।
रिपोर्ट: मनोज तोमर, ग्रेटर नोएडा
दादरी नगर पालिका की बदहाल व्यवस्था अब जनता के सब्र का बाँध तोड़ रही है। नगर की सड़कों की खस्ता हालत, अतिक्रमण और कूड़ा-करकट की समस्या से त्रस्त नागरिकों ने नगर पालिका अध्यक्ष गीता पंडित और अधिशासी अधिकारी के खिलाफ खुला विरोध पत्र जारी कर जनहित में तत्काल कार्यवाही की मांग की है।
रेलवे रोड, जी.टी. रोड और घनश्याम रोड की स्थिति बेहद दयनीय बताई जा रही है। ग्रेटर नोएडा से दादरी रेलवे ओवरब्रिज पार करने के बाद रेलवे रोड पर जगह-जगह गहरे गड्ढे बन गए हैं, जिनसे गुजरना आम नागरिकों के लिए जोखिम भरा हो गया है। वाहन चालक अक्सर विपरीत दिशा में चलने को मजबूर हैं, जिससे किसी भी समय गंभीर दुर्घटना की संभावना बनी रहती है।
वरिष्ठ अधिवक्ता और पूर्व दादरी बार एसोसिएशन अध्यक्ष राकेश नागर एडवोकेट ने नगर पालिका को संबोधित पत्र में कहा है कि “प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गड्ढामुक्त अभियान के बावजूद दादरी की सड़कें उसकी भावना का मज़ाक उड़ा रही हैं।” उन्होंने यह भी बताया कि शहर में अवैध अतिक्रमण, रेहड़ी-पटरी और ऑटो स्टैंड के कारण यातायात पूरी तरह बाधित है। कुछ असामाजिक तत्व इन स्थानों से अवैध वसूली भी कर रहे हैं।
उन्होंने जनहित में सुझाव दिया कि तहसील परिसर में स्थायी कार पार्किंग की व्यवस्था की जाए, और नॉन-वेंडिंग जोन में दोबारा अतिक्रमण हटाने का अभियान चलाया जाए। साथ ही, अतिक्रमण करने वालों पर दंडात्मक कार्रवाई कर अनुशासन स्थापित किया जाए।
नगरवासियों का कहना है कि नगर पालिका क्षेत्र में वर्षों से विकास कार्य ठप पड़े हैं। सफाई व्यवस्था चरमराई हुई है और नगर की सड़कों का हाल दादरी की बदइंतजामी की गवाही दे रहा है।
स्थानीय लोगों ने चेतावनी दी है कि अगर शीघ्र ही सुधारात्मक कदम नहीं उठाए गए तो वे नगर पालिका के खिलाफ जन आंदोलन शुरू करेंगे।
दादरी की जनता अब यही पूछ रही है —
“गड्ढा-मुक्त दादरी का वादा कहाँ गया?”
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