राष्ट्रीय दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ मनोज तोमर गौतम बुद्ध नगर।
नोएडा। भारतीय किसान यूनियन (मंच) की मासिक बैठक में संगठन ने एक बार फिर नोएडा प्राधिकरण पर वादाखिलाफी का आरोप लगाते हुए आंदोलन की रणनीति बनाई।
पिछले महीने 28 अगस्त को किसानों ने प्राधिकरण पर धरना दिया था, जिसे डीसीपी की आश्वासन पर समाप्त किया गया था। उस समय कहा गया था कि जल्द ही सीईओ लोकेश एम किसानों से वार्ता करेंगे। किसानों के अनुसार, एक महीना बीत जाने के बाद भी मीटिंग नहीं हुई और न ही किसी कार्य में प्रगति दिखाई दी।
संगठन ने आरोप लगाया कि प्राधिकरण किसानों की फाइलें दो-दो साल तक लंबित रखता है और क्वेरी लगाकर उन्हें मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित करता है। जबकि मुख्यमंत्री ने आदेश दिया था कि तीन दिन से अधिक कोई फाइल टेबल पर नहीं रुकेगी।
यूनियन ने साफ चेतावनी दी है कि यदि जल्द ही किसानों के काम पूरे नहीं किए गए तो प्राधिकरण कार्यालय पर लगातार धरना शुरू किया जाएगा। साथ ही जिले में किसी भी मंत्री या मुख्यमंत्री के कार्यक्रम पर 81 गांवों के किसान कूच करेंगे।
बैठक में यह भी तय हुआ कि डीसीपी-1 से वार्ता के बाद तुरंत प्राधिकरण की ओर आंदोलन की अगली रणनीति बनाई जाएगी। किसानों ने कहा कि अब वे संवाद से रोकने की किसी भी कोशिश को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
भारतीय किसान यूनियन मंच ने स्पष्ट किया कि नोएडा प्राधिकरण को किए गए करार पूरे करने होंगे, अन्यथा अधिकारियों को नोएडा छोड़ना होगा।
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