राष्ट्रीय दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स मुरादाबाद संवाददाता रजनी भारती।
मुरादाबाद। समाजवादी बाबा साहेब अंबेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल भारती ने पश्चिमी यूपी के मुरादाबाद में संगठनात्मक समीक्षा एवं कार्यकर्ता सम्मलेन को सम्बोधित किया।
जिला समाजवादी पार्टी कार्यालय पर शनिवार को सुबह से ही अम्बेडकर जी के अनुयाई एवं समाजवादी बाबा साहेब अम्बेडकर वाहिनी के पदाधिकारियों एवं वरिष्ठ नेतागणो कार्यकर्ताओं का जमाबड़ा पार्टी कार्यालय पर जुटने लगा अवसर था बाबा साहेब अम्बेडकर वाहिनी के कार्यकर्त्ता सम्मेलन का सम्मलेन की अध्यक्षता जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने संचालन जिला प्रवक्ता धर्मेंद्र यादव ने किया।
मुख्य अतिथि बाबा साहेब अम्बेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल भारती थे उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों को विधानसभा तैयारी मे जुट जाने को कहा उन्होंने कहा इंडिया गठबंधन ने 2024 में मजबूती से चुनाव लड़ा था जिसके अच्छे परिणाम आए थे।
2027 में यूपी में भी इसी तरह से गठबंधन एकजुट होकर मजबूती से चुनाव लड़ेगा। सपा की सरकार बनेगी और अखिलेश यादव मुख्यमंत्री होंगे। राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल भारती ने बहुजन समाज से आह्वान किया की "बहुजन समाज समाजवादी पार्टी से जुड़े", जिससे पीडीए आंदोलन को मजबूती मिले उन्होंने बहुजन समाज को अखिलेश यादव के नेतृत्व में विश्वास जताते हुए समाजवादी पार्टी के साथ जुड़ने का आह्वान किया।
श्री भारती ने बहुजन समाज के लोगों से कहा कि आज अखिलेश यादव के नेतृत्व में समाजवादी पार्टी देश की तीसरी बड़ी पार्टी बन गई है आज अखिलेश यादव के नेतृत्व में देशभर का पीडीए समाज संगठित होकर बाबा साहब अंबेडकर के बनाए हुए संविधान व लोकतंत्र की रक्षा के लिए एकजुट हो रहा है भारती ने कहा कि अखिलेश यादव की सोच है कि समाजवादी और आंबेडकरवादी अगर एक साथ आ जाएं तो पूरे देश में उनका वर्चस्व होगा। पूरी पार्टी का लक्ष्य है कि संविधान की रक्षा है। संविधान की रक्षा करने में अगर वह विफल रहेंगे तो आने वाली पीढ़ियां उन्हें माफ नहीं करेंगी। यह एक सामूहिक प्रयास है समाजवादी बाबा साहब आंबेडकर वाहिनी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल भारती ने कहा कि संविधान खतरे में है। लोकतंत्र भी खतरे में है। देश में पिछड़े, दलित, शोषित के लिए आरक्षण लागू किया गया था, वो भी खतरे में है। उन्होंने कहा कि इस पर पार्टी गंभीरता से चिंतन कर रही है। राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डॉ. बीआर आंबेडकर के नारे संगठित रहो, शिक्षित बनो और संघर्ष करो के नारे को अब संगठनात्मक स्तर पर अपनाया है। अब वह विशाल पीडीए का रूप ले चूका हैं उन्होंने कार्यकर्ताओं को संगठनात्मक मजबूती के लिए मंत्र दिए। अबकी बार अखिलेश सरकार के लिए अगर बहुजनों को अपना खून भी देना पढ़ा तो पीछे नहीं हटेंगे।बहुजन समाज के लोगों इतना वोट डाल दो की सरकार कुछ न कर सकें बहन मायावती का कोई कार्यक्रम नहीं है उनका मकसद सपा को रोकने का है इसलिए बहुजन समाज के लोगों आपकी जिम्मेदारी बन जाती है की संविधान कैसे बचेगा सरकार की चिंता नहीं सरकार तो बन जाएगी हमारे बच्चे और हमारी पीढ़िया हमें माफ नहीं करेंगी की आप बाबा साहब के संविधान को बचा नहीं सकें इसलिए इसलिए दलित समाज ने अखिलेश यादव का साथ लिया है आपके वोट चोरी हो रहें हैं फिर भी आपकी बिहार मे बनने जा रही है सरकार बनने जा रही है उसके बाद उत्तर प्रदेश मे प्रचण्ड बहुमत से सरकार बनेगी खुशहाली का शासन होगा और संविधान और लोकतंत्र बचेगा।
जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव ने कहा कि अखिलेश यादव की सोच है कि समाजवादी और आंबेडकरवादी अगर एक साथ आ जाएं तो पूरे देश में उनका वर्चस्व होगा। पूरी पार्टी का लक्ष्य है कि संविधान की रक्षा है। उन्होंने कहा कि संविधान की रक्षा करने में अगर वह विफल रहेंगे तो आने वाली पीढ़ियां उन्हें माफ नहीं करेंगी। यह एक सामूहिक प्रयास है। भाजपा इस समय भयभीत है। और वह पुरे देश प्रदेश में सम्मेलन कर बहुजन समाज के लोगों को जागरूक कर समाजवादी पार्टी से जोड़कर अखिलेश यादव जी को मुख्यमंत्री बनाएंगे।
कार्यक्रम मे राष्ट्रीय अध्यक्ष मिठाई लाल भारती, जिलाध्यक्ष जयवीर सिंह यादव,राष्ट्रीय प्रमुख महासचिव शमशाद आलम,फुरकान अली राजेश कुमारी यादव पूर्व विधायक हाजी युसूफ अंसारी, एम पी सिंह, सौरभ रत्नाकर, दिव्यांशु सागर, अतहर हुसैन अंसारी,लाखन सिंह सैनी, धर्मेंद्र यादव,नाजिम सैफी नागभारती, सुनीता सिंह, मीनू रत्नाकर, वेद प्रकाश सैनी, प्रदीप यादव, जय कुमार प्रजापति,सरदार सिंह पाल,संजीव चौधरी, मनीष जाटव, नाजिम अली, अष्कार पाशा,नौशाद पाशा,सिद्धार्थ चौधरी, ब्रजलाल जाटव,लुकमान खान, योगेन्द्र यादव,मोईनुद्दीन,जहांनउल्ला खान,राहुल यादव, सुरेंद्र शर्मा, नरेश शर्मा, अमित प्रजापति, वीरेंद्र प्रसाद,शशि गुप्ता,अफ़रोज़ वारसी, अशोक सैनी, शरीफ सलमानी, हरपाल यादव मनोज चौधरी, अनिल सागर,विजय सागर,गोविन्द प्रजापति,कायमुद्दीन सैफी वीरवती यादव,कादिर पाशा,विवेक चौहान, बालकिशन शर्मा, कमरुजमा सैफी,लालू परवेज मेघराज सिंह मो महमूद शरीफ सलमानी, सगीर अहमद,आदि प्रमुख थे।
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