बिजनौर, झाल उलेढ़ा। क्षेत्र के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ सती माता मंदिर में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा के तीसरे दिन श्रद्धालु भक्तों की भारी भीड़ उमड़ी। कथा वाचन करते हुए प्रसिद्ध कथावाचक महंत राहुल गोपाल ने भक्त प्रहलाद और ध्रुव जैसे आदर्श भक्तों के जीवन से प्रेरणा लेने का आह्वान किया।
महंत राहुल गोपाल ने कहा कि “ध्रुव जैसा संकल्पवान और भक्त प्रहलाद जैसा ज्ञानवान बनना सरल नहीं है, लेकिन जीवन में यदि निस्वार्थ भाव से कार्य किए जाएं तो सफलता निश्चित होती है।” उन्होंने कहा कि सच्चा ज्ञान उम्र नहीं, अनुभव और दृष्टिकोण से प्राप्त होता है, और हमें विनम्र रहकर सदैव सीखते रहना चाहिए।
कथावाचक ने भक्त प्रहलाद के त्याग, धैर्य और निडरता की सराहना करते हुए बताया कि आज के युग में भी अगर हम उनके जीवन मूल्यों को अपनाएं, तो आध्यात्मिक उन्नति संभव है। उन्होंने कहा कि “मनुष्य को झुकना आना चाहिए, क्योंकि सूखी लकड़ी और अहंकारी व्यक्ति कभी नहीं झुकते, केवल टूटते हैं।”
राहुल गोपाल ने वामन भगवान के अवतार का भी गूढ़ और मार्मिक वर्णन किया, जिससे श्रोतागण भावविभोर हो गए। कथा के दौरान संगीतमय अमृतवाणी और आध्यात्मिक संदेशों ने पंडाल में मौजूद सैकड़ों श्रद्धालुओं को भक्ति रस में डुबो दिया।
इस आयोजन को सफल बनाने में डॉ. नरेश पाल सिंह, प्रशांत कुमार, विक्रांत सिंह, वचन सिंह, वेदपाल सिंह, ओंकार साधू सिंह, बृजपाल सिंह, मास्टर सुभाष, गौरव कुमार और प्रिंसिपल कैलाश चंद की सराहनीय भूमिका रही।
श्रद्धा, भक्ति और ज्ञान का यह संगम पूरे गांव को आध्यात्मिक ऊर्जा से ओतप्रोत कर गया।
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