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झाल उलेढ़ा में श्रीमद् भागवत कथा का भव्य शुभारंभ, कथा श्रवण से मिलती है मोक्ष की प्राप्ति

डॉ नरेश पाल सिंह ब्यूरो चीफ राष्ट्रीय दैनिक फ्यूचर लाइन टाइम्स बिजनौर।

बिजनौर, 1 जून 2025 – बिजनौर के गांव झाल उलेढ़ा स्थित प्रसिद्ध सिद्ध पीठ सती माता मंदिर में रविवार को सप्त दिवसीय श्रीमद् भागवत कथा का विधिवत शुभारंभ किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत हवन-पूजन के साथ हुई, जिसमें बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।

इस दिव्य आयोजन का नेतृत्व आयोजक डॉ. नरेश पाल सिंह कर रहे हैं। कथा के प्रथम दिन कथा व्यास महंत राहुल गोपाल जी ने हवन पूजन कर भक्तों को आध्यात्मिक यात्रा के लिए प्रेरित किया।

कथा के दौरान महंत राहुल गोपाल जी ने श्रद्धालुओं को धुंधुकारी राक्षस और गोकरण की कथा सुनाते हुए कलयुग के प्रभावों पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि कलयुग में ईर्ष्या, द्वेष और मोह जैसी कमजोरियां अधिक प्रबल होती हैं। इनसे मुक्ति पाने का श्रेष्ठ मार्ग श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण है।

उन्होंने बताया कि मनुष्य का मन अबोध बालक के समान होता है, जिसे दिशा देने के लिए सत्संग और सत्कर्म आवश्यक हैं। मन की अशुद्धि को केवल भक्ति और सत्संग से ही धोया जा सकता है। जिज्ञासु व्यक्ति यदि भक्ति मार्ग पर चले, तो उसे मोक्ष की प्राप्ति अवश्य होती है।

महंत जी ने आगे कहा कि कान्हा के चरणों में मन लगाने वाला भक्त ही भय मुक्त जीवन जी सकता हैगोवर्धन महाराज के चरणों की रज का स्पर्श भी मनुष्य को पवित्र कर देता है।

उन्होंने यह भी कहा कि चारों धाम की यात्रा करने से भी वह फल नहीं मिलता, जो राधे-कृष्ण के नाम स्मरण मात्र से प्राप्त हो सकता है। यह कलयुग की सबसे बड़ी विशेषता है कि सच्चे नाम जप से ही आध्यात्मिक शांति और मोक्ष सुलभ है।

झाल उलेढ़ा गांव में आयोजित यह भागवत कथा न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि आत्मिक जागरण और समाज में शांति एवं भक्ति का संचार करने का एक महान प्रयास भी है। श्रद्धालुओं में आयोजन को लेकर विशेष उत्साह और आस्था का वातावरण बना हुआ है।

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