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ग्रामीण पत्रकारिता के पुरोधा बाबू बालेश्वर लाल की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि सभा, पत्रकारिता के मूल्यों पर हुआ चिंतन

राष्ट्रीय दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स विशेष संवाददाता बिजनौर।

बिजनौर। ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के संस्थापक स्वर्गीय बाबू बालेश्वर लाल की 38वीं पुण्यतिथि मंगलवार को विकास भवन स्थित सभागार में श्रद्धा और उल्लास के साथ मनाई गई। कार्यक्रम की अध्यक्षता संगठन के जिला अध्यक्ष डॉ भानु प्रकाश वर्मा ने की, जबकि संचालन जिला महामंत्री मास्टर जितेंद्र कुमार ने किया।

कार्यक्रम की शुरुआत सरस्वती व संस्थापक के चित्र पर दीप प्रज्वलन व पुष्पांजलि अर्पण से हुई। मुख्य अतिथि अपर जिलाधिकारी वान्या सिंह ने कहा कि “पत्रकार समाज का आईना और चिंतक होता है। ग्रामीण पत्रकारों की भूमिका शहरी पत्रकारों से कहीं अधिक कठिन और संवेदनशील है। उन्हें समाजहित में कलम का प्रयोग करते रहना चाहिए।”

मुख्य वक्ता डॉ प्रशांत कुमार, निदेशक मास कम्युनिकेशन, चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय मेरठ ने कहा कि बाबू बालेश्वर लाल ने स्वतंत्र भारत अखबार से ग्रामीण पत्रकारिता की नींव रखी। आज वह पौधा एक वटवृक्ष बन चुका है, जो अनेक राज्यों में फैल चुका है।

वरिष्ठ पत्रकार डॉ सूर्यमणि रघुवंशी ने कहा कि हिंदी पत्रकारिता की शुरुआत 1886 में उदंत मार्तंड से हुई और इसका देश की आजादी में अहम योगदान रहा है। उन्होंने कहा कि वर्तमान पत्रकारिता भक्ति काल से गुजर रही है, जो समाज के लिए चिंता का विषय है।

डॉ नरेश पाल सिंह, प्रदेश महासचिव, ने संगठन के विस्तार और बाबू बालेश्वर लाल के पदचिह्नों पर चलने का आह्वान किया।

इस अवसर पर मंचासीन अतिथियों को स्मृति चिन्ह और शाल भेंटकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में 80 से अधिक पत्रकारों ने भाग लिया और ग्रामीण पत्रकारिता को मजबूत करने का संकल्प लिया।

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