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मोनाड विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ साइंसेज एंड एग्रीकल्चर में विद्यार्थी अभिमुखीकरण कार्यक्रम ।


मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाइम ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
ग्रेटर नोएडा।मोनाड विश्वविद्यालय के स्कूल ऑफ साइंस एंड एग्रीकल्चर में नवआग्नतुक विद्यार्थियों के लिए अभिमुखीकरण कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम का उद्घाटन प्रतिकुलाधिपति प्रो०डॉ० एनके सिंह, कुलपति प्रो० डॉ०मोहम्मद जावेद, उपकुलपति प्रशासनिक प्रो० योगेश पालसिंह, उपकुलपति अकादमिक डॉ० जयदीप कुमार एवं उपकुलपति एडमिशन रोहित शर्मा द्वारा माँसरस्वती के छायाचित्र पर पुष्पंजलि एवं द्वीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस मौके पर प्रतिकुलाधिपति प्रो० डॉ० एनके सिंह ने विद्यार्थियों का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय गुणवत्तायुक्त शिक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। शिक्षा व्यक्ति की अंतर्निहित क्षमता और उसके व्यक्तित्व का विकसित करने वाली प्रक्रिया है। यही प्रक्रिया उसे समाज में एक व्यस्क की भूमिका निभाने के लिए समाजीकृत करती है और समाज के सदस्य एवं एक जिम्मेदार नागरिक बनने के लिए व्यक्ति कोआवश्यक ज्ञान तथा कौशल उपलब्ध कराती है। इस मौके पर स्कूल ऑफ साइंसेज एंड एग्रीकल्चर की संकायाध्यक्ष डॉ० सौरभी दत्ता ने नए शैक्षणिक बैच के छात्र एवं छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि शिक्षा का उद्देश्य व्यक्तित्व का समग्र विकास करना है। शिक्षा केवल सूचनाओं का संग्रहण,नहीं है और न एक विषय विशेष, शिल्प, कला या तकनीक का सीमित ज्ञान है अपितु शिक्षा छात्र के,सर्वांगीण निर्माण की सतत चलने वाली प्रक्रिया है। शिक्षा में केवल रूढ़ रूप में ज्ञान-विज्ञान की,शिक्षा ही पर्याप्त नहीं होती, अपितु इसका संबंध बौद्धिक और भावनात्मक विकास से अधिक है।कार्यक्रम में डॉ० अमित राठौर ने पीपीटी के माध्यम से छात्रों को विश्वविद्यालय से रूबरू कराते हुये।संचालित किये जा रहे विभागीय पाठ्यक्रमों की विस्तार से जानकारी प्रदान की। कार्यक्रम में वि०वि०के उपकुलपति अकादमिक डॉ० जयदीप कुमार ने अपने सम्बोधन में कहा कि जीवन के हर क्षेत्र में विज्ञान का दखल है। जीवन को सही दिशा में ले जाने के लिए वैज्ञानिक सोच जरूरी है। वैज्ञानिक
सोच के अभाव में ही सामाजिक कुरीतियों को पनपने का मौका मिलता है। वैज्ञानिक सोच न होने के कारण ही कुरीतियों को परंपरा बनाकर उन्हें सामाजिक स्वीकृति दे दी जाती है। कार्यक्रम में विधिविभाग के सहायक प्राध्यापक मूल राज सिंह ने काव्य पाठ कर सभागार में उपस्थित समस्त छात्रोंको मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में मंच का सफल संचालन प्रो० डॉ० ऋचा यादव द्वारा किया।गया तथा उन्हीं के धन्यवाद ज्ञापन के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ।इस कार्यक्रम में डॉ० पंकज कुमार सिंह, डॉ० प्रताप सिंह, डॉ० आर०बी० सिंह, निशू शर्मा, लोकेंद्र कुमार, डॉ० कपिल कुमार, डॉ० रितु, डॉ० अविनाश शर्मा, डॉ० अंशु त्यागी, प्रिंसी शर्मा, मोहित कुमार, राजीव कुमार, संतोष कुमार, राहुल गौतम आदि शिक्षकों के साथ बड़ी संख्या में छात्र व छात्रायें भी मौजूद रहे।

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