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दादरी नगर पालिका की लापरवाही उजागर, विकास के नाम पर बड़ा धब्बा

मनोज तोमर ब्यूरो के राष्ट्रीय दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतम बुद्ध नगर।

दादरी। दादरी नगर की दशा देखकर मन भारी हो उठता है। विकास का दावा करने वाली सरकारें और दो-दो इंजीनियरों की मौजूदगी भी यहां की बदहाल तस्वीर नहीं बदल सकीं। नगर पालिका दादरी के अध्यक्ष और ईओ पर स्थानीय लोगों का आरोप है कि वे जनता की समस्याओं से बिल्कुल बेखबर हैं और केवल अपने चहेतों को फायदा पहुंचाने में व्यस्त हैं। नवीन सब्जी मंडी, जीटी रोड क्षेत्र का दृश्य देखकर साफ प्रतीत होता है कि दादरी नगर पालिका विकास के नाम पर एक बड़ा धब्बा बन चुकी है।

गऊ माता कूड़े के ढेर के पास तड़पती हुई मिलीं, जिसे देखकर लोगों के मन में दुख और रोष दोनों उमड़ पड़ा। पास की कॉलोनी के एक व्यक्ति ने बताया कि महीनों से कूड़ा गाड़ी नहीं आई है, जिसके कारण लोग मजबूरी में सड़क किनारे कूड़ा फेंक रहे हैं। नतीजा—पूरे क्षेत्र में गंदगी के अंबार, दुर्गंध, और बीमारियों का बढ़ता खतरा। यह स्थिति दादरी नगर की छवि को बुरी तरह धूमिल कर रही है।

नगरवासियों का कहना है कि नगर पालिका पूरी तरह सोई हुई है। नेता सत्ता पक्ष के हों या विपक्ष के—सभी अपनी-अपनी मस्ती में व्यस्त हैं, जबकि जनता गंदगी, बीमारी और बदहाल व्यवस्था से जूझ रही है। दादरी की जनता ने मांग की है कि नगर पालिका अपनी जिम्मेदारी समझे, कूड़ा निस्तारण व्यवस्था दुरुस्त करे और गौसेवा एवं सफाई व्यवस्था पर तुरंत कदम उठाए।

पीयूष नारायण पाण्डेय
राष्ट्रीय सनातन संघ
दादरी, गौतमबुद्ध नगर, उत्तर प्रदेश

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