विश्वविद्यालय के प्रतिनिधिमंडल ने किया एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा ।


मनोज तोमर दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स ब्यूरो चीफ गौतमबुद्धनगर 
गौतमबुद्धनगर।अकादमिक और वैज्ञानिक साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए आज दक्षिण कोरिया के पुकयोंग नेशनल विश्वविद्यालय के प्रतिनिधिमंडल ने किया एमिटी विश्वविद्यालय का दौरा किया। इस प्रतिनिधिमंडल में पुकयोंग नेशनल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो जैंग योंग सू के साथ इंटरनेशनल अफेयरस के प्रोवोस्ट प्रो किम हयुन वू और इंस्टीटयूट ऑफ फिशरिज़ सांइसेस के प्रो फजलुरहमान खान शामिल थे। प्रतिनिधिमंडल का स्वागत एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चंासलर डा बलविंदर शुक्ला और एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह द्वारा किया गया।इस अवसर पर दक्षिण कोरिया के पुकयोंग नेशनल विश्वविद्यालय और एमिटी विश्वविद्यालय के मध्य छात्र व संकाय विनिमय कार्यक्रमों, संयुक्त अनुसंधान पहल, संयुक्त अकादमिक सम्मेलनों कों बढ़ावा देने हेतु महत्वपूर्ण समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया गया। इस समझौता पत्र पर एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान, एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चंासलर डा बलविंदर शुक्ला की उपस्थिती में पुकयोंग नेशनल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो जैंग योंग सू और एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह ने हस्ताक्षर किये।पुकयोंग नेशनल विश्वविद्यालय के अध्यक्ष प्रो जैंग योंग सू ने संबोधित करते हुए कहा कि पहली बार उन्होनें भारत व एमिटी का दौरा किया है और अनोखे व स्मार्ट इंडिया ने उन्हे प्रभावित किया है। एमिटी द्वारा शिक्षा व अनुसंधान के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किया जा रहा है। यह समझौता पत्र एक विकास की सड़क है जिससे दोनो देशों और दोनो संस्थानों के छात्र लांभावित होगें। हमारा ध्यये छात्रो ंको अनवारण के अवसरों को प्रदान करना है। हम छात्र विनिमय कार्यक्रमों पर पहल कर रहे है।      एमिटी शिक्षण समूह के संस्थापक अध्यक्ष डा अशोक कुमार चौहान ने कहा कि दक्षिण कोरिया, शिक्षण व प्रौद्योगिकी विकास में उन्नत स्तर पर है और वहां के प्रख्यात संस्थान के साथ सहभागीता हमारे लिए गर्व का विषय है। डा चौहान ने कहा कि यह सहयोग दोनों संस्थानों के लिए वैश्विक स्तर पर आयाम स्थापित करने के नये दरवाजे खोलेगा। आपसी सहयोग हमारे क्षमता के विकास में भी सहायक होगा। पुकयोंग नेशनल विश्वविद्यालय के इंटरनेशनल अफेयरस के प्रोवोस्ट प्रो किम हयुन वू ने अपने संस्थान के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि एमिटी द्वारा राष्ट्र व विश्व निर्माण में किये जा कार्यो की जानकारी ने हमें उत्साहित किया है। पुकयोंग नेशनल विश्वविद्यालय ने अभिसरण से स्थापना तक का सफर तय किया है। लगभग 49 देशों में 268 संस्थानो के साथ हमारी भागीदारी है किंतु भारत में पहली बार एमिटी विश्वविद्यालय के साथ भागीदारी की है। इस समझौते पत्र के अंर्तगत हम एक्सचेंज स्टूडेंट प्रोग्राम, इंटरनेशनल डयूल डिग्री, इंटरनेशनल समर स्कूल, इंटरनेशनल स्टूडेंट सपोर्ट प्रोग्राम और कोरियन लैंग्वेज प्रोग्राम पर कार्य करेगें। एमिटी विश्वविद्यालय की वाइस चंासलर डा बलविंदर शुक्ला ने कहा कि यह समझौता दोनो संस्थानों के छात्रों को अवसर प्रदान करेगा। एमिटी द्वारा संचालित सभी स्नातक एवं स्नातकोत्तर पाठयक्रम उद्योग आधारित है और नई शिक्षा नीति के आने से पूर्व ही उसके कई सुझाव हमारे शिक्षण प्रक्रिया में शामिल थे। वर्तमान समय संस्थानों के आपसी सहयोग का है और छात्रों के विकास हेतु, अकादमिक शोध सहित वैश्विकरण के लिए इस प्रकार के सहयोग आवश्यक है। भारत व कोरिया दोनों नवीनतम प्रौद्योगिकियों और अनुसंधान को आत्मसात कर रहे और आज दोनों संस्थानों के मध्य हुआ एमओयू भारत व कोरिया के रिश्ते को और मजबूती प्रदान करेगा।  इस अवसर पर एमिटी ग्रुप वाइस चांसलर डा गुरिंदर सिंह ने एमिटी शिक्षण समूह के विकास और एमिटी साइंस टेक्नोलॉजी एंड इनोवेशन फांउडेशन के अध्यक्ष डा डब्लू सेल्वामूर्ती ने एमिटी अनुसंधान पहल पर प्रस्तुती दी। प्रतिनिधिमंडल ने एमिटी केद्रीय पुस्तकालय, रेडियो एमिटी, एमिटी इंस्टीटयूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी की प्रयोगशालाओं आदि का दौर किया। इस कार्यक्रम में एमिटी विश्वविद्यालय के डा नीरज शर्मा, डा ए के सिंह और डा मनोज पांडेय भी उपस्थित थे।

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