जी.बी.यू. में बुद्ध पूर्णिमा समारोह सम्पन्न


मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतम बुद्ध नगर
गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ग्रेटर नोएडा में स्थित महात्मा ज्योतिबा फूले ध्यान केन्द्र में 5 मई 2023 को बुद्ध पूर्णिमा का अयोजन किया गया।कार्यक्रम की शुरुआत जी.बी.यू. के माननीय कुलपति प्रो. आर. के. सिन्हा ने  बुद्धमूर्ति के समक्ष प्रदीप प्रज्ज्वलन एवं पुष्पार्पण के साथ की। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय कुलपति प्रो. सिन्हा ने बुद्धपूर्णिमा के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा कि संसार के इतिहास में गौतमबुद्ध ही एकमात्र ऐतिहासिक व्यक्ति हैं, जिनके जीवन की तीन महत्वपूर्णघटनाएँ वैशाख पूर्णिमा के दिन घटित हुई। सिद्धार्थ गौतम का जन्म होना,बोधिसत्व गौतम को सम्यक् सम्बोधि की प्राप्ति होना एवं गौतम बुद्ध कामहापरिनिर्वाण होना - ये तीनों महत्वपूर्ण घटनाएँ वैशाख पूर्णिमा के दिन ही घटित हुई थी, जिसके कारण ही इसे बौद्ध जगत् में त्रिविध पावनी बुद्धपूर्णिमा के रूप में जाना जाता है। यह पर्व मैत्री एवं करुणा का सन्देश देता है तथा गौतम बुद्ध द्वारा देशित धम्म के सम्यक् अनुशीलन से ही समाज में सुख एवं शान्ति की स्थापना की जा सकती है। उनकी शिक्षाओं के पालन के द्वारा ही सामाजिक सौहार्द को स्थापति किया जा सकता है।बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. ज्ञानादित्यशाक्य ने गौतम बुद्ध के महापरिनिर्वाण एवं अन्तिम वचन पर विस्तार से प्रकाश डाला तथा सुखी मानव जीवन के लिए अप्रमाद के पालन को नितान्त आवश्यक बताया।कार्यक्रम के आयोजक एवं बोधि ध्यान साधना के समन्वयक डॉ. मनीष मेश्राम ने स्वागत भाषण दिया तथा उपस्थित जनसमूह को बुद्ध पूर्णिमा समारोह की रूपरेखा से अवगत कराया। इसके साथ ही, बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय के
असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. मेश्राम ने इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को बुद्धानुस्सति ध्यान भावना का अभ्यास भी करवाया।कार्यक्रम की विधिवत् शुरुआत बुद्ध वन्दना से हुई, जिसमें भारतीय बौद्ध श्रद्धालुओं तथा बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय में अध्ययनरत् विदेशी बौद्ध भिक्षु एवं भिक्षुणियों ने भाग लिया।बौद्ध अध्ययन एवं सभ्यता संकाय के असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. चिंतल वेंकटसिवसाई ने धन्यवाद ज्ञापन दिया तथा जीबीयू में अध्ययनरत् छात्रा डोली नेइस कार्यक्रम का सफल संचालन किया।इस कार्यक्रम में डॉ. पंकजदीप, डॉ. चन्द्रभानु भरास, डॉ. कमालिका बनर्जी,स्वपनिल तिवारी, डॉ. दिनेश कुमार शर्मा, श्री विक्रम सिंह यादव, डॉ.सुभोजित बनर्जी, डॉ. विमलेश कुमार, श्री कन्हीया, श्री अजय सहित लगभग 120गणमान्य व्यक्तियों ने भाग लिया, जिसमें विश्वविद्यालय के सदस्य,कर्मचारी, छात्र-छात्रों के साथ कासना गाँव से आये कई बौद्ध अनुयायियों
ने भी भाग लिया।

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