गुरु का सिनेमा जगत द्वारा अमर्यादित चित्रण करना दुर्भाग्यपूर्ण कृत्य। ओमवीर आर्य

फ्यूचर लाइन टाईम्स, ओमवीर आर्य एडवोकेट सम्पादक।
गुरु पूर्णिमा पर विशेष लेख 
भारत।  अंजान बने अपनी परंपराओं से बुध पूर्णिमा का विषय भविष्य के निर्माण करने वाले छात्रों के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। गुरु पूर्णिमा विषय जितनी धूमधाम के साथ भारत देश में मनाया जाता है शायद ही कहीं विश्व के किसी स्थान पर इतने भव्य रूप से मनाया जाता हो। गुरु पूर्णिमा का इतिहास वेदव्यास के जन्म से आरंभ हुआ है भारतीय संस्कृति सभ्यता में गुरु को विशेष दर्जा प्राप्त है। गुरू के द्वारा ही श्री राम एवं श्री कृष्ण जैसे महान व्यक्ति का जन्म हुआ। साधारण व्यक्ति से भगवान के रूप तक पहुंचे गुरु का ही संरक्षण मिला। उन्होंने सामाजिकता, राजनीतिकता, सशस्त्र एवं शास्त्रों में निपुणता हासिल की जिसकी बदौलत इतनी बड़ी उपलब्धियां उन्होंने ने प्राप्त की गुरु के बगैर हमारा जीवन अंधकार में है गुरु का सम्मान हमें अवश्य करना चाहिए गुरु की कृपा के द्वारा गुरु के दिशा निर्देशों के द्वारा हम बड़ी से बड़ी बाधाओं को दूर कर सकते हैं ।वर्तमान दृष्टि में देखा जाए तो कुछ फिल्मों में गुरु को विलेन के रूप में प्रस्तुत किया गया है। जग्गू को हास्यास्पद की स्थिति में लाकर खड़ा कर दिया है पूर्व में शाहरुख खान की अभिनेता के रूप में आई एक फिल्म जिसमें अभिनेता विद्यार्थी बना हुआ है उसका शिक्षिका के साथ शिक्षिका को दूषित मनसे आकर्षित होना दुर्भाग्यपूर्ण दृश्य फरमाया गया है जिसकी आलोचना की जाए उतनी ही कम है ऐसी फिल्मों पर निश्चित रूप से रोक लगनी चाहिए। गुरु पूर्णिमा का पर्व भारत देश में विशेष पर्व में शुमार किया जाता है गुरु पूर्णिमा को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने छह मुख्य उत्सवों में से एक उत्सव के रूप में मनाते हैं। उसी तरीके से मनाते हैं इतिहास काल में गुरु का रूप देखा जाए तो आमजन के लिए एवं जो विशेष और विशिष्ट व्यक्ति राष्ट्र निर्माण में विशेष सहभागिता रही है उनके जीवन में गुरु का महत्वपूर्ण स्थान रहा है चाहे वह स्वामी दयानंद सरस्वती हो स्वामी विवेकानंद हो या भीमराव अंबेडकर या डॉक्टर अब्दुल कलाम हो सभी के जीवन में गुरु का अत्यंत महत्वपूर्ण स्थान रहा है गुरु ही अंधकार से प्रकाश की तरफ ले जाता है गुरु के दिशा निर्देश में ही पत्थर को तराश कर हीरा बनाया जाता है गुरु को जितना महिमामंडित की जाए उतना कम है अतः प्रत्येक व्यक्ति प्रत्येक छात्र को गुरु को विशेष सम्मान देना चाहिए सभी देशवासियों को गुरु पूर्णिमा की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं

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