ग्रेटर नोएडा। स्थित जी डी गोयंका पब्लिक स्कूल, स्वर्ण नगरी के कक्षा तीन से कक्षा चार के छात्रों ने 10 दिसंबर 2024 को दिल्ली के ऐतिहासिक लाल किले का शैक्षिक भ्रमण किया।। इस यात्रा का उद्देश्य छात्रों को भारत की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत और ऐतिहासिक महत्व का प्रत्युक्ष अनुभव प्रदान करना तथा छात्रों को पाठ्य पुस्तकों से बाहर व्यावहारिक अनुभव प्रदान करना था। किले का निर्माण 1638 में मुगल सम्राट शाहजहाँ के शासनकाल में शुरू हुआ था। छात्र किले के जटिल डिजाइन से मोहित हो गए, जिसमें भारतीय, फ़ारसी और यूरोपीय शैलियों का मिश्रण है। किले की शानदार संरचना जिसमें दीवान-ए-खास, दीवान-ए-आम और मोती मस्जिद शामिल हैं उसके शानदार संगमरमर के काम, जटिल नक्काशी और अलंकृत सजावट ने मंत्रमुग्ध कर दिया। भ्रमण का प्राथमिक उद्देस्य छात्रों को लाल किले के इतिहास, वास्तुकला और भारतीय इतिहास में इसके महत्व के बारे में शिक्षित करना था। लाल किले की शैक्षिक यात्रा सभी छात्रों के लिए एक समृद्ध अनुभव थी। छात्रों को भारत के इतिहास, संस्कृति और वास्तुकला के बारे में बहुमूल्य जानकारी मिली। इस यात्रा ने हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने और देश के समृद्ध इतिहास की सराहना करने के महत्व को मजबूत किया।विद्यालय की प्रधानाचार्या डॉ रेनू सहगल ने इस प्रकार के शैक्षिक भ्रमणों को छात्रों के विकास के लिए महत्पूर्ण बताया। यह शैक्षिक यात्रा छात्रों के लिए न केवल एक रोमांचक अनुभव रही, बल्कि इसने उन्हें इतिहास और संस्कृति के प्रति जागरूक किया।
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