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Showing posts from February, 2020

 फ्यूचर लाइन टाईम्स मैं  देश दुनिया की सुबह 6:00 बजे तक की बड़ी ख़बरें................

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  फ्यूचर लाइन टाईम्स...  ➡दिल्ली- धारा 370 को चुनौती देने का मामला,मामले की 5 जजों की बेंच सुनवाई करे,सुप्रीम कोर्ट देगा मामले पर फैसला,कोर्ट ने सुनवाई के दौरान कहा था ,3 दिनों तक इस केस पर सुनवाई की है ,मामले को कहां भेजना है,विचार करना है। ➡दिल्ली- हिंसा प्रभावित शिव विहार इलाके का दौरा,दिल्ली सरकार के अधिकारी दौरा करने पहुंचे,हिंसा में संपत्ति के नुकसान का मुआयना कर रहे,अधिकारी लोगों को फॉर्म बांट रहे ,तत्काल 25 हजारे रुपये की सहायता दी जा सके।   ➡दिल्ली- अक्षय ने फांसी की सज़ा टालने की मांग की ,वकील ने पटियाला हाउस कोर्ट में अर्जी दाखिल की ,फांसी के लिए जारी वारंट को टालने की मांग की,पवन ने क्यूरेटिव याचिका सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की।   ➡लखनऊ- लखनऊ चौक पुलिस का अजब कारनामा,घटना से पहले लिख दिया एफआईआर ,घटना रात में,FIR दिन में लिख ली ,चौक पुलिस फर्जी एफआईआर लिखती है,चौक थाने में नातिक हक पर फर्जी FIR कोतवाल विश्वजीत सिंह अंधेरगर्दी पर आमादा,एक अपराधी ने जुगाड़ से लिखाया मुकदमा।   ➡लखनऊ - लखनऊ के प्रमुख चौराहों का सौंदर्यीकरण , सौन्दर्यीकरण समन्वय समिति गठित की गई,डीएम अभिषेक प्रकाश

श्लोक : कर्मयोग का विषय

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फ्यूचर लाइन टाईम्स   एषा तेऽभिहिता साङ्‍ख्ये बुद्धिर्योगे त्विमां श्रृणु।  बुद्ध्‌या युक्तो यया पार्थ कर्मबन्धं प्रहास्यसि॥ अनुवाद : हे पार्थ! यह बुद्धि तेरे लिए ज्ञानयोग के विषय में कही गई और अब तू इसको कर्मयोग के (अध्याय 3 श्लोक 3 की टिप्पणी में इसका विस्तार देखें।) विषय में सुन- जिस बुद्धि से युक्त हुआ तू कर्मों के बंधन को भली-भाँति त्याग देगा अर्थात सर्वथा नष्ट कर डालेगा  ॥39॥ श्लोक : यनेहाभिक्रमनाशोऽस्ति प्रत्यवातो न विद्यते।  स्वल्पमप्यस्य धर्मस्य त्रायते महतो भयात्‌॥ अनुवाद : इस कर्मयोग में आरंभ का अर्थात बीज का नाश नहीं है और उलटा फलरूप दोष भी नहीं है, बल्कि इस कर्मयोग रूप धर्म का थोड़ा-सा भी साधन जन्म-मृत्यु रूप महान भय से रक्षा कर लेता है  ॥40॥ श्लोक : व्यवसायात्मिका बुद्धिरेकेह कुरुनन्दन।  बहुशाका ह्यनन्ताश्च बुद्धयोऽव्यवसायिनाम्‌॥ अनुवाद : हे अर्जुन! इस कर्मयोग में निश्चयात्मिका बुद्धि एक ही होती है, किन्तु अस्थिर विचार वाले विवेकहीन सकाम मनुष्यों की बुद्धियाँ निश्चय ही बहुत भेदों वाली और अनन्त होती हैं  ॥41॥ श्लोक : यामिमां पुष्पितां वाचं प्रवदन्त्यविपश्चितः।  वेदवादरताः प

श्लोक : त्रैगुण्यविषया वेदा निस्त्रैगुण्यो भवार्जुन

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फ्यूचर लाइन टाईम्स  श्लोक : त्रैगुण्यविषया वेदा निस्त्रैगुण्यो भवार्जुन।  निर्द्वन्द्वो नित्यसत्वस्थो निर्योगक्षेम आत्मवान्‌॥ अनुवाद : हे अर्जुन! वेद उपर्युक्त प्रकार से तीनों गुणों के कार्य रूप समस्त भोगों एवं उनके साधनों का प्रतिपादन करने वाले हैं, इसलिए तू उन भोगों एवं उनके साधनों में आसक्तिहीन, हर्ष-शोकादि द्वंद्वों से रहित, नित्यवस्तु परमात्मा में स्थित योग (अप्राप्त की प्राप्ति का नाम 'योग' है।) क्षेम (प्राप्त वस्तु की रक्षा का नाम 'क्षेम' है।) को न चाहने वाला और स्वाधीन अन्तःकरण वाला हो  ॥45॥ श्लोक : यावानर्थ उदपाने सर्वतः सम्प्लुतोदके।  तावान्सर्वेषु वेदेषु ब्राह्मणस्य विजानतः॥ अनुवाद : सब ओर से परिपूर्ण जलाशय के प्राप्त हो जाने पर छोटे जलाशय में मनुष्य का जितना प्रयोजन रहता है, ब्रह्म को तत्व से जानने वाले ब्राह्मण का समस्त वेदों में उतना ही प्रयोजन रह जाता है  ॥46॥ श्लोक : कर्मण्येवाधिकारस्ते मा फलेषु कदाचन।  मा कर्मफलहेतुर्भुर्मा ते संगोऽस्त्वकर्मणि॥ अनुवाद : तेरा कर्म करने में ही अधिकार है, उसके फलों में कभी नहीं। इसलिए तू कर्मों के फल हेतु मत हो तथा तेरी कर

गौतम बुद्ध खुद को ब्राह्मण मानते थे !

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फ्यूचर लाइन टाईम्स  जो लोग बुद्ध के नाम पर ब्राह्मणों को कोसते हैं,वे यह भी देख लें कि बुद्ध स्वयं को ही ब्राह्मण मानते थे! इसके बाद भला वे अंबेडररवादी किस बात का विरोध करेंगे? हम भिक्षु धर्मरक्षित के सुत्तनिपात हिंदी अनुवाद का उद्धरण दे रहे हैं। पाठकगण,अवलोकन करें- १- ऋषिसत्तम ब्राह्मण वंगीश ने कहा- एस सुत्वा पसीदामि, वचो ते इसिसत्तम। अमोघं किर मे पुट्ठं न मं वञ्चेसि ब्राह्मणो।।१४।। हे सातवें ऋषि!आपकी बात को सुनकर मैं प्रसन्न हूं। मेरा प्रश्न निरर्थक नहीं हुआ। आप ब्राह्मण ने मुझे धोखा नहीं दिया। (वंगीसुत्त चूळवग्गो सुत्तनिपात) अकिंचनं ब्राह्मणं इरियमानं।।३।। "मैं आप अंकिचन ब्राह्मण को विचरण करते हुये देखता हूं।" ( धोतकमाणवपुच्छा ५,६) यहां पर बुद्ध को ब्राह्मण कहा,पर वे इसका विरोध नहीं कर रहे। मतलब बुद्ध खुद को ब्राह्मणत्व प्राप्त मानते थे। २- बुद्ध खुद को ब्राह्मण कहवाना चाहते हैं- ब्राह्मणो चे त्वं ब्रूसि मं च ब्रूसि अब्राह्मणं। तं सावित्तिं पुच्छामि तिपदं चतुवीसतक्खरं।।३।। ( सुंदरिकभारद्वाज सुत्त ३,४) तुम अपने को ब्राह्मण और मुझे अब्राह्मण कहते हो तो मैं तुमसे त्रिपद और चौ

नास्तिक मत समीक्षा

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फ्यूचर लाइन टाईम्स प्रस्तुति- प्रियांशु सेठ प्रश्न १- नास्तिक का क्या लक्षण है? अर्थात् नास्तिक किसे कहते हैं? उत्तर- जो ईश्वर की सत्ता से इन्कार करे वह मुख्य रूप से नास्तिक कहा जाता है। परन्तु स्वामी दयानन्द सरस्वती ने दस प्रकार के लोगों को नास्तिक संज्ञा दी है। यथा- (१) जो ईश्वर को न माने। (२) जो आत्मा और पुनर्जन्म स्वीकार न करे और यह कहे कि अग्नि, वायु, जल तथा पृथ्वी से आत्मा उत्पन्न होता और मृत्यु के पश्चात् इसका नाश हो जाता है इसलिए परलोक की चिन्ता करना व्यर्थ है। (३) जो ईश्वरीय ज्ञान वेद को न माने अर्थात् ज्ञान का विरोधी हो। (४) जो अभाव से भाव की उत्पत्ति माने, नेस्ति से हस्ती की पैदायश पर विश्वास रखता हो। (५) जो ईश्वर को बिना कर्मों के स्वेच्छा से फल प्रदाता मानता हो अर्थात् यह कहे कि ईश्वर अपनी मर्जी से जिसको चाहे जैसा बना दे लूला-लँगड़ा, अंधा, कोढ़ी इत्यादि। (६) स्वभाव-वादी, जो कहे कि स्वभाव से ही अपने आप ही सब कुछ बन बिगड़ रहा है, बनाने बिगाड़ने वाला कोई नहीं, जैसे जैन मत। (७) जो अपने आपको ब्रह्म या भगवान माने, "अहं ब्रह्मा अस्मि" अर्थात् मैं ब्रह्म ही हूँ। खुद खुदा हूँ

राष्ट्रवाद पर स्वामी दयानन्द का चिंतन

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फ्यूचर लाइन टाईम्स  स्वामी दयानन्द के राष्ट्रवादी चिंतन से हम इस लेख के माध्यम से अवगत करवाएंगे। अंग्रेजी राज में भारतीयों का स्वाभिमान लुप्त हो गया था। स्वदेशवासी स्वदेशवासी पर अत्याचार करने पर उतारू था। स्वामी दयानन्द ने सर्वप्रथम देशवासियों को मनुष्य की बनने की प्रेरणा दी। स्वामी जी सत्यार्थ प्रकाश में मनुष्य की परिभाषा करते हुए लिखते है-  "मनुष्य उसी को कहना कि मनन-शील होकर स्वात्मवत् अन्यों के सुख-दुःख और हानि लाभ को समझे, अन्यायकारी बलवान से भी न डरे और धर्मात्मा निर्बल से भी डरता रहे। इतना ही नहीं किन्तु अपने सर्व सामर्थ्य से धर्मात्माओं की चाहे वे महा अनाथ, निर्बल और गुणरहित क्यों न हो। उनकी रक्षा, उन्नति, प्रिय आचरण; और अधर्मी चाहे चक्रवर्ती सनाथ महाबलवान भी हो तथापि उसका नाश, अवनति और अप्रियाचरण सदा किया करे। इस काम में चाहे उसको कितना ही दारुण दुःख प्राप्त हो, चाहे प्राण भी चले जावें परंतु इस मनुष्य रूपी धर्म से पृथक कभी न होवे। " स्वामी दयानन्द ने स्वदेशीय राज्य सर्वोपरि और उत्तम बताया। उन्होंने लिखा- अब अभागोदय से और आर्यों के आलस्य, प्रमाद, परस्पर के विरोध से अन

कलेक्ट्रेट के सभागार में प्रशासनिक अधिकारियों की बैठक हुई सम्पन्न

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फ्यूचर लाइन टाईम्स संपूर्ण तैयारियों के संबंध में दिए गए आवश्यक दिशा निर्देश। जिला सूचना अधिकारी राकेश चौहान के बताए अनुसार उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के जनपद भ्रमण को दृष्टिगत रखते हुए संपूर्ण कार्यक्रम सकुशल संपन्न कराने के उद्देश्य कलेक्ट्रेट के सभागार में प्रशासनिक अधिकारियों एवं अन्य संबंधित अधिकारियों के साथ बैठक करते हुए तैयारियों के संबंध में आवश्यक दिशा निर्देश दिए मुख्यमंत्री के भ्रमण के संबंध में हेलीपैड पर की जाने वाली व्यवस्थाएं कार्यक्रमों में अधिकारियों की ड्यूटी तथा मुख्यमंत्री से मिलने के लिए जिन जिन गणमान्य व्यक्तियों एवं जनप्रतिनिधियों का कार्यक्रम निर्धारित होना है उसके संबंध में संबंधित अधिकारीगण अपनी सभी तैयारियां पूर्ण करते हुए इस कार्यक्रम को सफल बनाने की कार्यवाही निश्चित करेंगे। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों की निर्धारित स्थानों पर समय पर ड्यूटी लगाने के निर्देश भी दिए हैं। कार्यक्रम के संबंध में जहां-जहां प्रशासनिक अधिकारियों एवं अन्य संबंधित अधिकारियों के द्वारा जो कार्यवाही की जानी है उसके संबंध में उन्होंने निर्देश देते हुए कहा कि स

फरवरी 28 जन्म-दिवस, भक्ति आंदोलन के उन्नायक सन्त दादू

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फ्यूचर लाइन टाईम्स  भारत सदा से सन्तों की भूमि रही है। जब-जब धर्म पर संकट आया, तब-तब सन्तों ने अवतार लेकर भक्ति के माध्यम से समाज को सही दिशा दी। ऐसे ही एक महान् सन्त थे दादू दयाल। दादू का जन्म गुजरात प्रान्त के कर्णावती अमदाबाद नगर में फरवरी 28, 1601 ई0 फाल्गुन पूर्णिमा को हुआ था; पर किसी अज्ञात कारण से इनकी माता ने नवजात शिशु को लकड़ी की एक पेटी में बन्दकर साबरमती नदी में प्रवाहित कर दिया।  कहते हैं कि लोदीराम नागर नामक एक ब्राह्मण ने उस पेटी को देखा, तो उसे खोलकर बालक को अपने घर ले आया। बालक में बालसुलभ चंचलता के स्थान पर प्राणिमात्र के लिए करुणा और दया भरी थी। इसी से सब लोग इन्हें दादू दयाल कहने लगे। विवाहोपरान्त इनके घर में दो पुत्र और दो पुत्रियों का जन्म हुआ। इसके बाद इनका मन घर-गृहस्थी से उचट गया और ये जयपुर के पास रहने लगे। यहाँ सत्संग और साधु-सेवा में इनका समय बीतने लगा; पर घर वाले इन्हें वापस बुला ले गये। अब दादू जीवनयापन के लिए रुई धुनने लगे।  इसी के साथ उनकी भजन साधना भी चलती रहती थी। धीरे-धीरे उनकी प्रसिद्धि फैलने लगी। केवल हिन्दू ही नहीं, तो अनेक मुस्लिम भी उनके शिष्य बन

फरवरी 28, बलिदान-दिवस सम्बलपुर का क्रांतिवीर सुरेन्द्र साय

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फ्यूचर लाइन टाईम्स  भारत में जब से ब्रिटिश लोगों ने आकर अपनी सत्ता स्थापित की, तब से ही उनका विरोध हर प्रान्त में होने लगा था। 1857 में यह संगठित रूप से प्रकट हुआ; पर इससे पूर्व अनेक ऐसे योद्धा थे, जिन्होंने अंग्रेजों की नाक में दम किये रखा। वीर सुरेन्द्र साय ऐसे ही एक क्रान्तिवीर थे। सुरेन्द्र साय का जन्म ग्राम खिण्डा सम्बलपुर, उड़ीसा के चौहान राजवंश में जनवरी 23, 1809 को हुआ था। इनका गाँव सम्बलपुर से 30 कि.मी की दूरी पर था। युवावस्था में उनका विवाह हटीबाड़ी के जमींदार की पुत्री से हुआ, जो उस समय गंगापुर राज्य के प्रमुख थे। आगे चलकर सुरेन्द्र के घर में एक पुत्र मित्रभानु और एक पुत्री ने जन्म लिया।  1827 में सम्बलपुर के राजा का निःसन्तान अवस्था में देहान्त हो गया। राजवंश का होने के कारण राजगद्दी पर अब सुरेन्द्र साय का हक था; पर अंग्रेज जानते थे कि सुरेन्द्र उनका हस्तक बन कर नहीं रहेगा। इसलिए उन्होंने राजा की पत्नी मोहन कुमारी को ही राज्य का प्रशासक बना दिया। मोहन कुमारी बहुत सरल महिला थीं। उन्हें राजकाज की कुछ जानकारी नहीं थी। अतः अंग्रेज उन्हें कठपुतली की तरह अपनी उँगलियों पर नचाने लग

फरवरी 28 पुण्य-तिथि, कलाकार अभियन्ता सुजाता रंगराजन

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फ्यूचर लाइन टाईम्स  क्या भारत के चुनावों में प्रयोग की जाने वाली मशीन और दक्षिण के प्रसिद्ध अभिनेता रजनीकान्त की फिल्म ‘शिवाजी’ में कोई सम्बन्ध हो सकता है ? सुनने में यह आश्चर्यजनक लग सकता है; पर यह सम्बन्ध था सुजाता रंगराजन के रूप में। शिक्षा और पेशे से अभियन्ता सुजाता हृदय से बहुमुखी प्रतिभा के धनी कलाकार थे। उन्होंने इन दोनों ही क्षेत्रों में अविस्मरणीय कार्य किया। भारत इलैक्ट्रोनिक्स में अपने कार्यकाल में उन्होंने इन मशीनों का विकास करने वाले दल का नेतृत्व किया था। मद्रास इन्स्टीट्यूट ऑफ टैक्नॉलॉजी से इलैक्ट्रोनिक्स परास्नातक कर सुजाता ने पहले नागरिक उड्डयन विभाग में काम किया। फिर वे भारत इलैक्ट्रोनिक्स  बंगलौर में जनरल मैनेजर शोध एवं विकास के पद पर आ गये।  1952-54 में तिरुचिरापल्ली में स्नातक की पढ़ाई के समय वे प्रसिद्ध वैज्ञानिक और पूर्व राष्ट्रपति डा0 कलाम के सहपाठी थे। वे भी डा0 कलाम की तरह समय से आगे की सोचते थे। वोटिंग मशीन से बहुत पहले उन्होंने कम्प्यूटर में लिखने टाइपिंग की सुविधा देने वाले शब्द संसाधक वर्ड प्रोसेसर सॉफ्टवेयर के विकास में भी विशिष्ट योगदान दिया।  तकनीक के क

फरवरी 28 जन्म-तिथि, कर्मक्षेत्र में प्राणार्पण करने वाले रमेश बाबू

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फ्यूचर लाइन टाईम्स  रमेश बाबू एक युवा प्रचारक थे, जिन्होंने श्रीलंका में कार्य करते हुए एक दुर्घटना में अपना प्राण गंवा दिये। उनकी माता श्रीमती अम्बिका तथा पिता श्री नमः शिवाय पिल्लई नागरकोइल जिला कन्याकुमारी, तमिलनाडु के निवासी हैं। वहीं फरवरी 28, 1970 को रमेश बाबू का जन्म हुआ।  उन्होंने प्रारम्भिक शिक्षा के बाद विद्युत उपकरणों का संचालन व मरम्मत सीखी और उसका डिप्लोमा आई.टी.आई. भी किया। संघ के प्रचारक बनने पर वे काफी समय तक तमिलनाडु में तहसील प्रचारक रहेे।  उनकी योग्यता तथा नये क्षेत्रों में सम्पर्क कर शीघ्र काम फैलाने की सामर्थ्य देखकर उन्हें श्रीलंका भेजा गया। वे शांत भाव से काम करना पसंद करते थे। उन्हें चुनौतीपूर्ण काम करने में बहुत आनंद आता था, अतः उन्होंने सहर्ष इस कार्य को स्वीकार किया। श्रीलंका की स्थिति बहुत कठिन थी। सब ओर लिट्टे का आतंक रहता था। ऐसे में शाखा चलाना कितना जटिल होगा, इसकी केवल कल्पना ही की जा सकती है; पर रमेश बाबू ने अपने मधुर स्वभाव तथा परिश्रमशीलता से काम की जड़ें जमा दीं। वे सादगी को पसंद करते थे, अतः मितव्ययी भी थे।  प्रभावी वक्ता होने के कारण अपने विषय को

लोग उबाऊ नहीं होते ना ही कोई काम !

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फ्यूचर लाइन टाईम्स  बोरियत हमारी वह ऊर्जा है, जो सही काम मे नहीं लग रही होती है। हम काम से दूर नही भाग सकते पर उसे करने का तरीका जरूर बदल सकते है। जिस काम से ऊब रहे हों उसे ध्यान का नाम दे दीजिए

एकाग्रता का महत्त्व

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फ्यूचर लाइन टाईम्स  कोलकता के सिमोलिया पथपर एक बडासा घर था । वहां बाबू विश्वनाथदत्त नामक एक प्रसिद्ध अधिवक्ता वकील रहते थे । उनकी कीर्ति कोलकता तथा संपूर्ण बंगाल में फैली हुई थी । धनी-निर्धन सभी उन्हें पहचानते थे । उनकी पत्नी का नाम था भुवनेश्वरी देवी । वह धार्मिक विचारों की महिला थी; परंतु उनका कोई पुत्र न था । पुत्र पाने के लिए काशी के काशीविश्वेश्वर मंदिर में जाकर तपस्या करने लगीं । उनकी तपस्या से भगवान शंकर प्रसन्न हो गए । उन्होंने स्वप्न में आशीर्वाद दिया और कहा, ‘‘तुम्हारी मनोकामना पूर्ण होगी ।” कोलकाता लौटनेपर विश्वेश्वर की कृपा से उन्हें १२.१.१८६३ को मकर संक्राति के दिन पुत्र की प्राप्ति हुई । बालक का नाम वीरेश्वर रखा गया । घर में मां उसे प्यार से ‘बिले’ पुकारती थी; परंतु उसका वास्तविक नाम नरेंद्र था । बिले बचपन से ही ईश्वरभक्त था । भगवान शिव की भक्ति में वह बहुत ध्यान मग्न हो जाता था । वह कोई भी काम मन लगाकर करता था । वह अपने मन को भटकने नहीं देता था । एकाग्रता उसे बचपन से मिली थी । नरेंद्र और उसके मित्र ध्यान लगाने समान खेल खेला करते थे। एक बार नरेंद्र और उसके मित्र घर में भग

महा यज्ञ का हुआ आयोजन

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फ्यूचर लाइन टाईम्स उत्तराखंड : वैदिक साधन आश्रम तपोवन देहरादून में चतुर्वेद पारायण के यज्ञ के समापन के बाद सभी याज्ञिकों का स्वामी चित्तेश्वरानन्द और स्वामी मुक्तानंद सहित यज्ञ में मंत्रोच्चारण करने वाले गुरुकुल गौतमनगर, दिल्ली के ब्रह्मचारियों के साथ समूह चित्र लिया गया. यज्ञ आगामी रविवार को पूर्ण होगा.

चमकदार वस्तुओं की कामना रूपी ढक्कन से सत्य का मुख्य ढका हुआ है

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फ्यूचर लाइन टाईम्स  ईशोपनिषाद के 15 वे मंत्र पर विचार करेंगे। आइए मंत्र का अवलोकन करते हैं -  हिरण्मयेन पात्रेण  सत्यस्या पिहितं मुखम। तत्त्वं पूषन्नपावृणु सत्यधर्माय दृष्टये।। शब्दार्थ -  हिरण्मयेन - सोने के पात्रेण - ढक्कन से सत्यस्य - सत्य का अपिहितम - ढका हुआ मुखम् - मुख तत् - उसको त्वम् - तू पूषन - है उन्नति करने वाले! अपवृणु - हटा दे सत्यधर्माय - सत्य धर्म को दृष्टये - देखने के लिये भावार्थ -  चमकदार वस्तुओं की कामना रूपी ढक्कन से सत्य का मुख्य ढका हुआ है। जो व्यक्ति अपनी उन्नति की कामना रखता हो, तो इस ढक्कन को हटा दे। अर्थात चमकीली वस्तुओं की कामना छोड़ दे। अभिप्राय यह है कि जिस मनुष्य के मन में चमकीली वस्तुओं की चाह हो वह कभी भी सत्य पूर्वक जीवन नहीं बिता सकता। इन वस्तुओं की इच्छा से लोभ और काम उत्पन्न होते हैं। लोभी व कामी मनुष्य कभी किसी भी दशा में विश्वास योग्य नहीं हो सकता। आज समाज में जितने भी दोष दिखाई देते हैं। वह सब इन्हीं चमकीली वस्तुओं के आकर्षण के कारण हैं। यदि कोई न्यायालय में झूठ बोलता है तो इन्हीं धन आदि लोभ के कारण। यदि कोई झूठी वही बनाता है तो इन्हीं धन आदि वस्त

निशुल्क स्कूल बैग एव स्टेशनरी का सरकारी विद्यालय मे हुआ वितरण

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फ्यूचर लाइन टाईम्स दादरी : सादोपुर व दुजाना ग्राम के पांच सरकारी विद्यालयों के जरूरतमंद छात्र-छात्राओ को डॉ स्वर्ण चावला मेमोरियल फाउंडेशन व एन्वॉयरमेंट एंड सोसल डेवलपमेंट एसोसिएशन ई.एस.डी.ए.,नई दिल्ली के माध्यम से निशुल्क स्कूल बैग एव स्टेशनरी का वितरण किया गया। साथ मे बच्चो के लिए पर्यावरण शिक्षा एव संवेदनशीलता कार्यक्रम भी आयोजित किया गया. कार्यक्रम मे मुख्य अतिथि के रूप मे डॉ स्वर्ण चावला फाउंडेशन के चेयरमैन चार्टड अकाउंटेट जे.पी.चावला व विशिष्ठ अतिथि के रूप मे ई.एस.डी.ए. के राष्ट्रीय महासचिव एव पर्यावरणविद व सामाजिक कार्यकर्ता डॉ जितेन्द्र नागर, बसपा नेता मनवीर नागर,सरिता नागर उपस्थित रहे।    कार्यक्रम का आरम्भ अतिथियों द्वारा माँ सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्वलित कर के किया गया। कार्यक्रम की अद्यक्षता गौतमबुद्ध नगर के जेल विजिटर मेजर रूपसिंह नागर ने की व संचालन शिक्षक संघ दादरी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष भूपेन्द्र नागर ने किया। विद्यालय के बच्चों द्वारा दहेज प्रथा,पर्यावरण,बालिका शिक्षा जैसे विषयों पर आधारित सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति दी गयी। इस अवसर पर दादरी शिक्षक सं

महिला उन्नति संस्था द्वारा मासिक समीक्षा बैठक का हुआ आयोजन

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फ्यूचर लाइन टाईम्स ग्रेटर नोएडा के हबीबपुर स्थित कार्यालय पर महिला उन्नति संस्था द्वारा मासिक समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया ।   बैठक क़ो संबोधित करते हुए संस्था के संस्थापक डा राहुल वर्मा ने कहा कि संस्था द्वारा बच्चियों क़ो शिक्षित करने के उद्देश्य से गांव गांव जाकर नुक्कड़ नाटक के जरिये जागरूक किया जाएगा साथ ही प्रशासन द्वारा महिलाओ एवं बच्चियों के लिये चलायी जा रही कन्या सुमंगला जैसी योजनाओं का प्रचार प्रसार कर पात्र लोगों तक पहुंचाया जाएगा ।  इस अवसर पर संस्था क़ी प्रदेश अध्यक्ष अर्चना गौतम ने कहा कि आगामी आठ मार्च क़ो अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर समाज के विकास के लिये  निस्स्वार्थ योगदान करने वाली महिलाओं क़ो संस्था द्वारा सम्मानित किया जायेगा ।  बैठक में महासचिव अनिल भाटी , रणबीर चंदीला ,  देवेंद्र चंदीला , ओमदत्त शर्मा , सुभाषचंद  नन्दकिशोर ठाकुर और संतोष कुमार आदि ने अपने विचार रखे ।

नया बांस नोएडा, प्राथमिक व जूनियर विद्यालय परिसर में कुत्तों का गर्भाधान : राजेश बैरागी

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फ्यूचर लाइन टाईम्स  शनिवार को जैसे ही विद्यालय की छुट्टी हुई वैसे ही वो आ गये। उनके साथ खास नस्ल के दो कुत्ते थे, नर और मादा। विद्यालय परिसर में घुसते ही उन्होंने कुत्तों को गर्भाधान कार्य में लगा दिया। छुट्टी होने के बावजूद वहां कुछ बच्चे शेष थे, शायद ट्यूशन पढ़ने के लिए रुके हुए। बच्चे कौतूहल से यह सब देखने लगे। विद्यालय परिसर में ही रहने वाली महिला कर्मचारी किसी काम से उधर आयी तो नजरें नीची कर वापस चली गई। यह दृश्य उत्तर प्रदेश के भदोही या रायबरेली के किसी दूरदराज गांव के विद्यालय का नहीं है। यह दृश्य है दिल्ली के दरवाजे पर एशिया की स्मार्ट सिटी नोएडा के नया बांस स्थित प्राथमिक व जूनियर विद्यालय के संयुक्त परिसर का। यहां आये दिन यही होता है। कुत्तों का गर्भाधान कराने वाले लोग सेक्टर 15 के पढ़े लिखे संभ्रांत नागरिक कहलाते हैं। कुत्ता पालना शौक और जरूरत है। उसके रहने के लिए जगह भी है परंतु अपने बच्चों के सामने गर्भाधान कैसे कराया जा सकता है, बच्चों पर बुरा प्रभाव पड़ता है। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों पर बुरे प्रभाव का क्या प्रभाव। इस विद्यालय में सुबह से अगली सुबह तक और भी बहुत

गाज़ियाबाद थाना इंदिरापुरम पुलिस ने सॉफ्ट ड्रिंक की आड़ में अवैध शराब तस्करी करने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़

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फ्यूचर लाइन टाईम्स..   गाज़ियाबाद एनसीआर क्षेत्र में शराब तस्करी करने वाले गिरोह का इंदिरापुरम पुलिस ने पर्दाफाश किया है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक गाजियाबाद के निर्देशन में पुलिस अधीक्षक नगर  क्षेत्राधिकारी नगर तृतीय महोदया द्वारा होली के पर्व को दृष्टिगत रखते हुए शराब माफियाओं के विरूद्ध चलाए जा रहे अभियान मैं थाना इंदिरापुरम पुलिस की सतर्कता से उस समय सफलता प्राप्त हुई जब दिनांक 29/02/2020 को गौर ग्रीन चौराहा कट के पास 5 शातिर शराब तस्करों को गिरफ्तार किया। यह तस्कर सॉफ्ट ड्रिंक ( कोल्डड्रिंक) की आड़ में अवैध रूप से शराब तस्करी का कार्य करते थे। पुलिस ने मुखबिर की खास सूचना पर दिल्ली की तरफ से तिरपाल से ढके एक 10 टायर ट्रक को NH24 होता हुआ उत्तर प्रदेश राज्य में आ रहा है जिसमें भारी मात्रा में हरियाणा व अन्य प्रांतों की अंग्रेजी/देशी शराब भरी हुई है तथा फर्जी बिल वर्षा कर हरियाणा प्रदेश की शराब को उत्तर प्रदेश में शातिर शराब तस्कर लेकर जा रहे हैं। कुछ समय बाद ट्रक को आता देख चेकिंग के लिए रोका गया जिसमें विभिन्न मार्का की हरियाणा की 1052 पेटी शराब नाजायज बरामद हुई। यह शराब तस्कर उत्तर प

खंबे और मीटर का काम कराने के लिए रखे हुए हैं प्राइवेट लड़के 

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फ्यूचर लाइन  टाईम्स..  गाजियाबाद बिजली विभाग के बड़े अधिकारी अपने ही विभाग की धज्जियां उड़ाने में लगे हुए हैं और बिजली विभाग का काम कराने व उगाही सिंडीकेट चलाने वाले लड़कों को बचाने में लगे हुए हैं जिसका जीता जागता नमूना आज दिनांक 28-2-2020 दिन शुक्रवार सुबह लगभग 11:30 बजे के आसपास देखने को आया, प्राप्‍त सूत्रों के अनुसार राजेंद्र नगर बिजली घर क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले बिजलीघर कोयल एनक्लेव क्षेत्र के मेन 25 फुटा रोड गली नंबर 10 ए ब्लॉक नियर बाई जनता मेडिकल सेंटर के पास अपने आप को लाइनमैन बताने वाले व्यक्ति राहुल ने मकान में लगे 1 मीटर को मकान के अंदर से उखाड़ कर बाहर लगा दिया व तार को बीच से काटकर तार के ऊपर टेप लगाकर उसको छोड़ दिया जब यह सारा मामला आसपास के लोगों ने देखा तो उन्होंने इसकी सूचना पहले तो जेई साहब को देनी चाहि परंतु उनका फोन नहीं उठा तो उसके बाद जनता के कुछ लोगों ने यह बात हमारे संवाददाता को बताई तो संवाददाता ने पहले तो एक्शन राजीव आर्य को फोन किया और सूचना दी जिसके बाद एसडीओ को फोन किया और सारा मामला बताया, बाद में उपभोक्ता ने बताया कि मैं पहले बिजली घर गया था वहां पर

हर घर वृद्धाश्रम,हर घर अनाथालय : राजेश बैरागी

फ्यूचर लाइन टाईम्स  समाज की सूक्ष्म इकाई परिवार में अनेक विशेषताओं के दर्शन होते हैं। घर कोई मकान नहीं होता, परिवार घर का निर्माण करता है। ऐसे ही हर घर में एक समय कुछ लोग वृद्धावस्था को प्राप्त होते हैं। जिस घर में वृद्ध रहते हों, क्या उसे वृद्धाश्रम नहीं कहा जा सकता।इसी प्रकार जिस घर में बच्चे आधे समय बगैर माता-पिता के रहते हों क्या उसे अनाथालय नहीं कहा जाना चाहिए। महानगरीय जीवन में घरों को वृद्धाश्रम बनने से बचाया जा रहा है। इसके लिए सरकारों द्वारा स्थापित अथवा सामाजिक संस्थाओं द्वारा संचालित घोषित वृद्धाश्रमों की शरण ली जा रही है। खर्च उठाकर या दान से चलने वाले वृद्धाश्रमों में बूढ़े मां-बाप, दादा-दादी के लिए स्थान सुरक्षित कराये जाते हैं। वृद्धाश्रम का प्रबंध हुआ तो अनाथालय की समस्या खड़ी हो गई। अपने जिगर के टुकड़ों को खुद से दूर कौन करना चाहता है। एक सज्जन मिले। अपने आठ वर्ष के बेटे को कोई छ: सौ किलोमीटर दूर किसी विद्यालय के छात्रावास में छोड़ कर आये थे। बातचीत में अपने इस निर्णय पर उन्होंने गर्व जताया। मैंने कुरेदा,-क्या उसके बगैर आपको चैन मिलता है?कुतर्कों से खुद का बचाव करने लग

बौद्धिक, व्यवहार से परीक्षा : राजेश बैरागी

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फ्यूचर लाइन टाईम्स  लालबत्ती होने से पहले चौराहा पार करने की आपाधापी में अचानक बाईं ओर से दायीं ओर जाने वाले वाहन चालक को हम कितने मधुर शब्दों से नवाजते हैं। ऐसा अक्सर होता है। सड़क पर स्वयं से आगे चल रहे वाहन को अचानक रोक देने वाले अथवा अत्यंत मंद गति से चलने वाले वाहन के चालक के प्रति हमारी जिह्वा कितने सुंदर शब्दों का निर्माण करती है। यह क्षणिक आवेश हमारे चरित्र की दुर्बलता का परिचायक है। सहनशीलता की निर्बलता हमें मनुष्यता से नीचे ले जाती है। हमारी शिक्षा, हमारे संस्कार, हमारी कुल मर्यादा और इन सबसे ऊपर हमारी नैतिकता एक क्षण में धराशाई हो जाते हैं। मैं भी ऐसा कर बैठता हूं। तत्काल मुझे मेरी निम्नता का अनुभव होता है। मुझे लगता है कि मेरे माता-पिता ने कष्ट साध्य जीवन में प्रयासों से जो शिक्षा और संस्कार मुझे दिये, मैं उनका वास्तविक पात्र नहीं था। यदि मैंने उनकी साधना को दस बीस प्रतिशत भी महत्व दिया होता तो मेरी जिह्वा किसी अनजान के अनायास अपराध के लिए कटु शब्दों का वरण न करती। पश्चाताप का लाभ तब है जब हम पुनः वह गलती न करें। परंतु अगले चौराहे पर हमारा व्यवहार पहले जैसा हो जाता है। इसका

फ्यूचर लाइन टाईम्स में सुबह 9:30बजे की बड़ी ख़बरें...................*

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फ्यूचर लाइन टाईम्स.. ➡दिल्ली- दिल्ली हिंसा में हापुड़ के युवक की मौत, हिंसा में बेरहमी से युवक की हत्या, लिंटर डालने का काम करता था युवक, हिंसा के दिन लिंटर डाल रहा था युवक, युवक का शव गांव भेजा गया, गांव में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात, हापुड़ देहात के भीखनपुर का मामला।   ➡सोनभद्र- पत्थर खदान धंसने से 6 मजदूर दबे, खदान में 6 मजदूर कर रहे थे काम, 2 मजदूर को घायल अवस्था में निकाला गया, 4 मजदूर अभी भी खदान में फंसे, दोनों घायलों को भेजा गया जिला अस्पताल, एनडीआरएफ की टीम को बुलाया गया, जिलाधिकारी की देखरेख में बचाव कार्य जारी, ओबरा के बिल्ली मारंकुडी क्षेत्र का मामला।   ➡हापुड़- दिल्ली हिंसा में हापुड़ के युवक सुलेमान की मौत, बिल्डिंग में जाल लगाने का काम करता था, हिंसा के दिन लेंटर पर जाल लगा रहा था युवक, मृतक सुलेमान का शव भीखनपुर पहुंचा, हजारों की संख्या में पहुंचे लोग, मौके पर एएसपी-एडीएम भी पहुंचे, हापुड़ देहात के भीखनपुर का मामला।   ➡ग्रेटर नोएडा- कल सीएम योगी आदित्यनाथ पहुचंगे नोएड़ा, शाम 4:30 बजे पहुचेंगे नोएड़ा, नए कमिश्नर ऑफिस का उद्घाटन करेंगे, सेक्टर 108 में है नया कमिश्नर ऑफ