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सलमान खुर्शीद व सिंधिया जैसे व्यक्तियों ने राजनीतिक कार्यकर्ताओ की राजनीतिक हत्या की : रघुराज सिंह

टीवी पर सलमान खुर्शीद  का बयान सुना ।उस पर सिंधिया का भी सुना । दोनो ने आत्म मंथन की बात की । क्या कभी इन्होंने कॉंग्रेस के नाम पर चुनाव लड़ा या गांधी परिवार के नाम पर इस पर भी कभी आत्म मंथन किया ? रघुराज सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता, फ्यूचर लाइन टाईम्स, दिनांक अक्टूबर 09,2019, संवाददाता मनोज तोमर,  गोतमबुद्धनगर : सलमान खुर्शीद व सिंधिया के नाम के साथ तो उनके पिताओं का नाम भी जुड़ा है । क्या कभी इन्होंने और इन जैसे नेताओं ने कार्यकर्ताओं के साथ कैसा बर्ताव किया उस पर आत्म मंथन किया ? इन जैसे लोगो के बयानों से लगता है ये सिर्फ सत्ता के लिये जुड़े है नाकि संघर्ष के लिये । गांधी परिवार के नेतृत्व पर सवाल उठाने वालों से अनुरोध है कृपया ये सब लोग जनता में बयान देकर कार्यकर्ताओ के मनोबल को गिराने के बजाय अपने कार्यकाल के खुद के द्वारा जनता के हित मे किये किन्ही 5 काम बताये कि इन्होंने क्या किया है ? इन जैसे लोगो ने कितने राजनीतिक कार्यकर्ताओ की राजनीतिक हत्या की है कृपया इस पर भी आत्म मंथन करने की जरूरत है इन जैसे लोगो को में स्वंम जानता हूँ कि मेरा ये बयान हो सकता है कुछ कागजी व अपने परिवार के नाम पर कॉंग्रेस में राजनीति करने वालो को हजम नही होगी । आज मुखर होकर बोलने का नाटक कर रहे लोगो ने ही असल मे कॉंग्रेस के कार्यकर्ताओं को ही हाशिये पर लाकर खड़ा किया जिसका नतीजा आज कॉंग्रेस भुगत रही है । मेरा उन सभी कार्यकर्ताओं से भी आग्रह है जो बुरे वक्त में कॉंग्रेस के साथ है एक जुट होकर नेतृत्व को सही जानकारी देने का प्रयास करें जिससे नेतृत्व सही और निष्पक्ष निर्णय ले सके । असल मसला ये नही है बल्कि असल मसला ये है इन जैसे नेताओं ने ही कार्यकर्ताओ और नेतृत्व के बीच जो खाई पैदा की है उसी का नतीजा है आरोप और प्रत्यारोप का दौर । 
मेरा नेतृत्व से भी आग्रह है कृपया कार्यकर्ता और नेतृत्व के बीच की जो दूरी है उसको खत्म करने में अपनी भूमिका अदा करे। जोकि इन जैसे नेताओं ने  जो खाई पैदा की है उसकी भरपाई हो और कॉंग्रेस पुनः अपने पुराने स्वरूप में लौट सके ।
कृपया श्रीमती इंदिरा गांधी जी के इस भाषण को गौर से सुने कि उन्होंने कार्यकर्ताओ से मिलकर सुनने को पार्टी में किस हद तक जरूरी बताया है ।


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