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रावण - हनुमान संवाद और उसके पश्चात बजरंग बली द्वारा लंका दहन...

धरोहर रामलीला महोत्सव के-  सात व दिन हनुमान संवाद 
फ्यूचर लाइन टाईम्स, दिनांक अक्टूबर 06,2019, संवाददाता मनोज तोमर: रावण - हनुमान संवाद और उसके पश्चात बजरंग बली द्वारा लंका दहन...पर समाप्त हुई .....के बाद आज की लीला, अशोक वाटिका में रावण द्वारा सीता से लंका की महारानी बनने के निवेदन-विनय-अनुमय से आरंभ हुई, रावण के कई प्रकार के प्रलोभन देने के बाद भी जब सीता उसकी ओर मुख भी नही करती बल्कि उसके और अपने मध्य दूब के तिनके की दीवार बना देती है, तो रावण क्रोधीत होकर सीता जी को एक माह का समय देता है, जिसके बाद भी न मानने पर उसका सर कलम करने की धमकी दे वह वहां से चला जाता है...उधर श्रीराम अंतिम प्रयास के तौर पर महाबली बाली के पुत्र अंगद को शांति दूत बना कर लंका भेजते है, परन्तु घमंडी रावण, अंगद को भी अपने दरबार मे अपमानित करता है...क्रोधित अंगद अपना पैर जमा देता है, जिसको कोई भी.लंका का वीर हिला भी नही पाता, जिस पर अंगद रावण को युद्ध की चुनौती देता हुआ वहाँ से निकल जाता है.....आज की लीला का मुख्य आकर्षण रावण-अंगद का जीवंत संवाद रहा...जो उच्च कोटि की शेरो-शायरी , छंदों और शास्त्रीय गीतों से लबरेज था, जिसका उपस्थित जनसैलाब ने बहुत आनन्द लिया, समय की सीमा भी लोगों को लीला छोड़ने को बाध्य नही कर सकी और लोगों ने अपनी जगहों पर जमे रहकर लीला के मर्म के साथ तारमत्य बनायें रखा.लक्ष्मण शक्ति, बजरंग बली द्वारा संजीवनी लाना, और कुम्भकर्ण वध तक की लीला का अद्भभुत मंचन आज संपन्न हुआ.पर्यावरण सचेतक धरोहर परिवार ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी निभाते हुए, लीला मंचन में बतौर मुख्य अतिथि आयें सभी अतिथियों को एक-एक सदाबहार पेड़ो के पौधे स्मृति चिन्ह के रूप में दिये इस वायदे के साथ की वे इसे न केवल अपने घर-कार्यालय के आस-पास रोपेंगे वरन लगातार उसकी देखरेख कर उसे एक भरे-पूरे पेड़ के रूप में विकसित करेंगे....
रोज की भांति ही लीला समाप्ति के पश्चात सभी धरोहर सदस्यों ने मैदान की साफ-सफ़ाई की , प्लास्टिक की पन्नियों को इक्कठा करके कूड़ेदान में डाला, पेड़ो को पुनः व्यवस्थित किया....और घास में बैठने के लिये डाली गई मैट को हटाया , ताकि घास को कोई नुकसान न हो.?आज की लीला मंचन में मुख्य अतिथि भारत सरकार राज्य सड़क परिवहन मंत्री जनरल वी, के, सिंह व आर, एस ,एस के सभी सदस्यों ने दीप प्रज्वलित कर धरोहर रामलीला का शुभारंभ किया ।जिसमे धरोहर के कुशम असवाल, धरोहर अध्यक्ष संदीप रावत, महासचिव लक्ष्मण बोहरा,सगरसक चंदन गुसाई, दिनेश मोहन घगडियाल , विमला रावत, कोषाध्यक्ष श्याम सिंह बिष्ट,हेमा बिष्ट रामलीला अध्यक्ष रतन बोरा, रामलीला महासचिव टोपोधान जोशी,तिरभुबन जोशी , राजेन्द्र रावत,मोहन नायक ,कमल पटवाल जी व सभी पधाधिकार्यो के रामलीला को सफल बनाने में भरपूर सहयोग किया।


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