कंक्रीट का जंगल विकास नही बल्कि हमारे विनाश का कारण है ! रघुराज सिंह

दिल्ली की अनियमित कालोनियां नियमित होंगी ? इस तरह के बयान देने में दिल्ली की सभी सरकारे एक दूसरे से हमेशा आगे जाने की कोशिश में रही है बयानों में । फ्यूचर लाइन टाईम्स ,दिनांक अक्टूबर 23,2019
दिल्ली के गॉंव नियमित नही है आजतक क्यो ? इसका जबाब शायद किसी के पास नही होगा और नाही कोई सरकार इस पर अपनी नियत साफ करेगी । मेरा मानना है ये समस्या पूरे देश की है नाकि सिर्फ दिल्ली की है । देश मे लगभग साढ़े 6 लाख गॉंव है । सरकार की नजर में ये सब गैर कानूनी है जबकि गॉंव में बसने वाले लोग तो कई कई पीढ़ियों से रहते आये है । अब अंतर साफ नजर आता है नेता और नोकरशाह गॉंव और शहर को अलग अलग दृष्टि से देखते है । जबकि गॉंव में रहने वाले लोग तो सदियों से रह रहे है । उसके विपरीत शहरीकरण में लोग झुग्गी झोपड़ियों में तो कब्जा करके रहते है । रहने का हक इनको भी है । सरकार को इनकी भी व्यवस्था करनी चाहिये। लेकिन जो अनार्की डवलपमेंट के नाम पर नेताओ और नोकरशाहो ने पूरे देश भूमि हड़पने की प्रक्रिया अपनाई है उसका कोई जबाब नही ? 
टीवी की इस खबर को सुनते सुनते हमे भी कई दशक हो गये। मगर पूरी ये भी नही हुई । कब तक नेता और नोकरशाह जनता को गुमराह करते रहेंगे शायद अगली पीढियां भी ना रहे तब तक ? वैसे में ये जानता हूँ कि किसी भी दल का नेता और कोई भी देश का नोकरशाह खासकर एनसीआर का तो कोई भी इस जबाब को देने का साहस नही कर सकता क्योंकि धन्दा अच्छा चल रहा है । फिर भी में आदत से मजबूर होकर कहता हूँ  और शोशल मीडिया पर लिखता भी हूँ कि शायद मेरे जीवन मे इस भयानक समस्या से आने वाली पीढ़ी ही शायद कुछ समझ जाये जिससे वो आगे भविष्य में देश के गॉंवों का जो असली भारत है उसके लिये कुछ कर सके । ये देश की 90 % आबादी से ज्यादा ही लोगो की समस्या है । मेरा सभी से अनुरोध है जागो और देश की आने वाली पीढ़ियों के भविष्य को सुधारने में अपना योगदान दे तभी देश और देश मे रहने वाले सभी देश वासियों का भविष्य सुरक्षित होगा । वैसे एनसीआर के डवलपमेंट के लिये देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने एक ऐसा कानून बनाया था एनसीआर एक्ट 1985, अगर सरकारों,नेताओ और नोकरशाहो ने इस पर अमल किया होता तो शायद एनसीआर की तस्वीर के साथ साथ देश की भी तस्वीर कुछ और ही होती । कंक्रीट का जंगल विकास नही बल्कि हमारे विनाश का कारण है और रहेगा जब तक इसको रोका नही जाता । इस भयानक समस्या से आजकल की जितनी भी समस्या जैसे ट्रैफिक जाम,पॉल्यूशन,असहनशीलता का बढ़ना,कोर्ट में मुकद्दमों की भरमार,क्राइम का बढ़ना,किसान व मजदूर की समस्याओं का बढ़ना सभी की सभी का सम्बंध भूमि का अवैद अधिग्रहण और कंक्रीट के जंगल के निर्माण को बढ़ावा देने ही सबसे बड़ा कारण है ।जिसको समझने के लिये इच्छा शक्ति की जरूरत है । जिसका आभाव आजकल के नेताओ और नोकरशाहो में है व उनकी कार्यशैली में भी साफ झलकता है । 
रघुराज सिंह वरिष्ठ कांग्रेस नेता । दा गजट ऑफ़ इंडिया


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