विश्व का पहला किसान देवता एवं किसान देवी मंदिर मनाएगा अवध किसान आंदोलन शताब्दी प्रवेश वर्ष, फ्यूचर लाइन टाईम्स, दिनांक अक्टूबर 18,2019, संवाददाता अखिलेश तिवारी प्रतापगढ़ पट्टी,प्रतापगढ़-- पट्टी तहसील क्षेत्र के सराय महेश गाँव में 17 अक्टूबर 1920 को पहली बार शुरू हुआ था अवध किसान आंदोलन। 17 अक्टूबर 1920 को हुई थी अवध किसान आंदोलन की शुरुआत यह दिन किसानों की आजादी के दिन के नाम से भी जाना जाता है। विश्व के पहले किसान पीठाधीश्वर योगिराज सरकार किसानों के संग मनाएंगे पूरे वर्ष अवध किसान आंदोलन शताब्दी प्रवेश वर्ष किसान पीठाधीश्वर योगिराज सरकार पूरे देश एवं प्रदेश में भ्रमण कर सभी जिलों में जा जाकर किसानों को बताएंगे कि पूरे देश में किसान आंदोलन प्रतापगढ़ जनपद की धरती पट्टी से शुरू हुआ था और यह आंदोलन बाद में बाबा राम चन्द्र एवं झिंगुरीसिंह के नेतृत्व में बहुत बड़ा स्वरूप धारण कर पट्टी से चलकर पूरे देश में फैला था यह अवध किसान आंदोलन शताब्दी प्रवेश वर्ष पूरे एक वर्ष मनाया जाएगा और वर्ष के अंत में एक बहुत बड़ा कार्यक्रम का आयोजन पट्टी की धरती पर किया जाएगा जिसमें पूरे देश के किसानों के छोटे और बड़े संगठन उपस्थित रहेंगे इस समारोह में देश एवं विदेश की किसानों से जुड़ी हुई महान हस्तियां शामिल होंगी 17 अक्टूबर वर्ष 1920 में पहली बार पट्टी की धरती से अवध किसान आंदोलन की शुरुआत हुई थी इसीलिए 17 अक्टूबर का दिन किसानों की आजादी के शुरुआत का दिन माना जाता है। बैठक को महंत भक्ति प्रकाश ने भी संबोधित किया भक्ति प्रकाश ने कहा कि किसानों के हितों के लिए एक पुनः बड़े आंदोलन की आवश्यकता है क्योंकि किसानों की फसल का उचित मूल्य नहीं मिल पा रहा है।अवध किसान आंदोलन शताब्दी प्रवेश वर्ष के संदर्भ में विश्व के पहले किसान देवता एवं किसान देवी मंदिर पर 4:00 बजे एक आवश्यक बैठक संपन्न हुई। जिसमें क्षेत्र के सभी छोटे-बड़े किसान संगठनों, किसानों एवं सामाजिक संगठनों के लोग सामिल हुए कार्यक्रम की अध्यक्षता विश्व के पहले किसान पीठाधीश्वर योगिराज सरकार ने की तथा संचालन सुमन ने किया उपस्थित लोगों में प्रमुख रूप से ठाकुर झिगुरी सिंह के नाती दिनेश सिंह बीडीसी रूर ने कहा कि अब किसानों को अपनी लड़ाई पुनः फिर से लड़नी होगी जिस तरह से आज से 100 वर्ष पूर्व अवध किसान आंदोलन ने अपनी लड़ाई स्वयं लड़ी थी।कवि जय राम पांडेय राही ने भी संबोधित किया और किसान पर कविता सुनाई लालमणि सिंह भारतीय किसान यूनियन के ओम प्रकाश चौटाला, सुमन ,राम यज्ञ प्रधान, राम चन्द्र वर्मा ,सुनीता, दुर्गावती, यशोदा, गीता, रानी, आदि किसान महिलाएं उपस्थित रहे। अंत में विश्व के पहले किसान पीठाधीश्वर योगीराज ने आए हुए सभी महानुभावों का आभार व्यक्त किया।
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