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सर्व शिक्षा अभियान को मजाक बना दिया है सरकार के अधिकारियो व कर्मचारियों ने

रिपोर्टर रवि शंकर, दिनांक 11 सितंबर 2019 उन्नाव मियागंज:-सरकार की महत्वाकांक्षी योजना सर्व शिक्षा अभियान को मजाक बनाकर रख दिया है शिक्षा विभाग के  ठेकेदारों ने बिना किसी डर के कर रहे हैं बच्चों की ड्रेसों मे भ्रस्टाचार
       जी हाँ हम बात कर रहे हैं उन्नाव जनपद के विकास खण्ड क्षेत्र मियांगज की मियांगज क्षेत्र की ग्राम पंचायत बारहा कलाँ के प्राथमिक विद्यालय का है पूरा मामला
मियांगज के खण्ड शिक्षा अधिकारी दिनेश सिंह व जिला शिक्षा अधिकारी ने सरकार के द्वारा निर्धारित एक ड्रेश कम्पनी का कपड़ा जो मफतलाल 67/33 पी. सी.कम्पनी का है जिसका अपना एक ट्रेड मार्क है उस कम्पनी की यूनिफॉर्म ड्रेश को न वितरित कर लोकल कम्पनी के द्वारा निर्मित घटिया कुँवालिटी के कपड़ो से बनी ड्रेश को सस्ते दामों मे खरीद कर बच्चों को जबरन दिया जा रहा हैं 
जब इसकी जानकारी बरहा कलाँ प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यक राम शकंर सिंह व विद्यालय की समिति के अध्यक्ष वीरेंद्र को हुवी तो उन लोगो ने इस घटिया किस्म की ड्रेश को वितरित करने से मना कर दिया और इसकी सूचना खण्ड शिक्षा अधिकारी दिनेश सिंह, सफीपुर विधनसभा क्षेत्र  भारतीय जनता पार्टी के विधायक बम्बा लाल दिवाकर से लिखित रूप से किया विधायक ने तत्काल प्रधानाध्यक से कहा कि हम इसकी जाँच अवश्य करवयंगे और जो भी जाँच मे दोषी होगा उस पर कानूनी कार्यवाही की जाएगी
खण्ड शिक्षा अधिकारी को जब समिति के द्वारा इसकी फोन से शिकायत कि तो कहा कि पूरे जनपद मे यही ड्रेसों को वितरित किया जा रहा है किसी को कोई समस्या नही है फिर आप अकेले क्यू विरोध कर रहे हो   खण्ड शिक्षा अधिकारी की बातों को न मानकर प्रधानाध्यक व समिति के अध्यक्ष ने इसकी शिकायत मीडिया से व हसनगज के उपजिलाधिकारी प्रदीप वर्मा से भी की 
खण्ड शिक्षा अधिकारी ने विरोध बढ़ता हुवा जान प्रधानाध्यक से कहा कि जल्द से जल्द ड्रेश को बच्चों मे वितरित करके डेर्षो का भुकतान करो प्रधानाध्यक राम शंकर ने ड्रेश को वितरित करने से मना करते हुवे इसकी शिकायत करना सुरु कर दिया 
जब प्रधानाध्यक ने विद्यालय की समिति से बात की तो सभी ने इसका विरोध करते हुवे कहा की सरकार ने पिछले साल की अपेक्षा इस साल ड्रेसों की खरीद दारी मे सरकारी खरीद मुद्रा को बढ़ा दिया है ताकि बच्चों को अच्छी गुणवत्ता वाली ड्रेसों का वितरण किया जा सके इसके बावजूद भी सरकार के अधिकारी व कर्मचारी अपनी हरकतों से बाज नही आ रहे हैं 
सरकार के अधिकारी व कर्मचारी पैसा कमाने मे इतने अन्धे हो चुके हैं कि मासूम बच्चों के भविष्य के साथ खिलवाड़ करने से भी नही चूक रहे हैं 
राम शंकर के मुताबिक जिन ड्रेसों को विद्यालय मे वितरित किया जा रहा है उनकी खरीद मे पच्चास प्रतिशत कमीशन मिलता है
 उपजिलाधिकारी ने कहा है कि हमे लिखित रूप मे शिकायत करो हम पूरी जाँच करवाएंगे 
प्रधानाध्यक राम शंकर ने पूरे मामले को मीडिया के सामने लाकर रख दिया 
और कहा कि हम अपने उच्च अधिकारियों के आदेश का उलघ्घन कर रहे है जिससे हम पर किसी भी प्रकार की कानूनी कार्यवाही की जा सकती है
जब इस मामले को लेकर खण्ड शिक्षा अधिकारी दिनेश सिंह से मिडिया ने बात करनी चाही तो साहब का सरकारी नम्बर व प्राइवेट नम्बर बंद मिला अगर देखा जाए सरकार ने सर्व शिक्षा अभियान के नाम पर हर साल करोड़ो रूपये खर्च कर रही है ताकि हर बच्चा शिकझित होकर अपने देश का नाम रोशन करे देश का हर नागरिक पढ़ लिखकर अपने पैरों पर खड़ा हो सके और अपना भविष्य खुद तय करे लेकिन सरकार के मुलाजिमों ने आम जनता का जीना मुश्किल कर रखा हैं विद्यालय मे प्रधानाध्यक करीब आठ साल से बराबर कार्यरत हैं।
जिसके चलते प्राथमिक विद्यालय की साफ सफाई की व्यवस्था सुचारु रूप से सही मिली बच्चों ने बताया कि हम लोगो को बराबर  अच्छा खाना मिलता है समय समय पर फलो का भी वितरण किया जाता है विद्यालय के कुछ हिस्सों मे गन्दगी भी देखने को मिली प्राथमिक विद्यालय के कुछ कमरों मे घटिया सामग्री के प्रयोग कि वजह से फर्श टूट कर निकल रहा है 
सरकार लाख दावे करे कि हम सर्व समाज को शिक्षित करके डिजिटल इंडिया बनायेगे लेकिन उनके ही अधिकारी व कर्मचारी इस मुहिम को सफल नही होने देंगे
अब देखना दिलचस्प होगा कि इस घटिया सिस्टम मे कितना सुधार होता है या फिर प्रधानाध्यक के ऊपर कोई कानूनी कार्यवाही की जाती है।


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