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पीएम और सीएम अपने ही देश-राज्य में अतिथि होते हैं !

ईमानदार राजा तब भी वास्तविकता से रूबरू होने के लिए अचानक सवारी गैर प्रस्तावित मार्गों पर मुड़वा देते है तो लोकतंत्र के आधुनिक राजाओं को अधिकारी सुरक्षा की दुहाई देकर ऐसा करने से रोक देते हैं -राजेश बैरागी -:
      क्या पीएम और सीएम अपने ही देश-राज्य में अतिथि होते हैं ? इस सवाल का जवाब हम नौएडा दिल्ली सीमा से ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट तक तलाशने का प्रयास करते हैं।
         यहां ग्रेटर नोएडा के इंडिया एक्सपो मार्ट में कॉप-१४ के अंतर्गत पर्यावरण की चिंता कर रहे दुनिया भर के विशेषज्ञों के बीच ९ सितंबर को प्रधानमंत्री का आना तय हुआ है। उनकी अगवानी के लिए राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ कल ही आ रहे हैं। दोनों शीर्ष सेवकों के आने जाने के रास्तों को दोनों प्राधिकरण चमकाने में जुटे हैं। इतिहास में सुना जाता रहा है कि राजशाही के दौर में राजाओं की सवारी जहां जहां से निकलनी प्रस्तावित होती थी, तत्कालीन अधिकारी वहां वहां खूब साफ सफाई कराते थे। ईमानदार राजा तब भी वास्तविकता से रूबरू होने के लिए अचानक सवारी गैर प्रस्तावित मार्गों पर मुड़वा देते थे। लोकतंत्र के आधुनिक राजाओं को अधिकारी सुरक्षा की दुहाई देकर ऐसा करने से रोक देते हैं। यह वास्तविकता से महरूम रखने का अचूक फॉर्मूला है। क्या वर्तमान शासक वास्तव में सच्चाई से अवगत होना चाहते हैं? ऐसा चाहने वाले अपने ही देश-राज्य में अतिथि कैसे हो सकते हैं? ( फ्यूचर लाइन टाईम्स  हिंदी साप्ताहिक नौएडा ) गाँव की सफाई व्यवस्था फाईल फोटो 


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