भोजपुरी समाज की माँग: भोजपुरी समाज को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करें सरकार

राजेंद्र चौधरी संवाददाता दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गाजियाबाद।
नई दिल्ली/गाजियाबाद, 17 मार्च 2024: भोजपुरी समुदाय के लिए प्रतिष्ठित संत और अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष  स्वामी चक्रपाणि महाराज ने अपने नवाचार में राजनीतिक दलों को चुनौती दी है। उन्होंने कहा है कि भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने के लिए केंद्र सरकार से माँग की जानी चाहिए।

भोजपुरी समुदाय के उत्कृष्ट स्थान और महत्व को ध्यान में रखते हुए महाराज ने कहा कि यह कदम उनकी भावनाओं और भाषा के सम्मान के प्रति विश्वास का परिचायक होगा।

इस मांग के पीछे का मकसद है भोजपुरी भाषा को और उच्च स्थान पर लाना, ताकि वह न केवल भोजपुरी समुदाय की भावनाओं को व्यक्त करे बल्कि एक अधिक व्यापक स्तर पर उसे समाज का हिस्सा बना सके।

महाराज ने कहा कि यह मांग सिर्फ भोजपुरी समुदाय की ही नहीं है, बल्कि समस्त भोजपुरिया समुदाय के लोग इसे समर्थन देंगे। वे यह भी जोड़ते हैं कि सभी राजनीतिक पार्टी को 2024 लोकसभा चुनावों के दौरान भोजपुरी को आठवीं अनुसूची में शामिल करने की बात करनी चाहिए।

भोजपुरी समुदाय के लोगों का यह जोरदार आवाज़ एक सामाजिक परिवर्तन की ओर महत्वपूर्ण कदम है। इसके साथ ही, इस मांग ने सामाजिक और राजनीतिक मंच पर भोजपुरी भाषा के प्रति सामाजिक उत्साह को भी बढ़ावा दिया है।

अखिल भारत हिंदू महासभा/संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज के इस नवाचार ने राजनीतिक दलों को चुनौती देने के साथ-साथ भोजपुरी समुदाय के सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान को मजबूत किया है।

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