स्वयं से प्रेरणा लें आर्थत सेल्फ मोटिवेट होना सीखें

फ्यूचर लाइन टाईम्स 


अकसर होता है कि हम किसी काम को बड़ी ऊर्जा के साथ, बेहद जोश के साथ शुरू तो करते हैं। लेकिन कुछ दिन बाद उसी काम में लापरवाही दिखाने लगते हैं। हमारी ऊर्जा कम हो जाती है। हमारा जोश भी समाप्त हो जाता है। हमारे अंदर उस काम को लेकर जो प्रेरणा थी, उत्साह था, वह कम या फिर समाप्त हो चुका होता है। इस वजह से काम की गति धीमी हो जाती है। कई बार तो उस काम को करना ही बन्द कर देते हैं। जबकि किसी भी कार्य को निरंतर गतिमान बनाये रखने के लिए प्रेरणा का होना बहुत जरूरी है। 


किसी भी इंसान के जीवन में अगर प्रेरणा की कमी हो तो उसका जीवन नीरश हो जाता है। वह चाहकर भी जीवन को सफलता के पथ पर लेकर नही चल पाता। प्रेरणा की वजह से ही जीवन में सफलता की गाड़ी आगे बढ़ती है। प्रेरणा एक ऐसी आंतरिक शक्ति है जो हमें बेहतर से भी बेहतर करने के लिए प्रेरित करती है। इसके जरिये हमारी महत्वकांक्षा बढ़ती है। उमंग बढ़ती और हम जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं।
 
सफल होने के लिए काबिल और आत्मविश्वासी होना जितना ज़रूरी होता है उतना ही जरुरी होता है प्रेरणा लेते रहना। जितने भी महान और सफल व्यक्ति हुए हैं। उनका कोई ना कोई माध्यम प्रेरणा का स्रोत रहा है। जिसका अनुसरण करके वे आगे बढ़ने की प्रेरणा लेते रहे हैं। अनेक कठिन चुनौतियां आईं और कई बार तो असफल भी हुए किन्तु उनकी प्रेरणा ने उन्हें विचलित नही होने दिया और वे अनवरत आगे बढ़ते रहे। निरंतर कर्म पथ पर चलते रहे। सफलता के शिखर पर पहुंच गए।


प्रेरणा ऐसी आंतरिक शक्ति है जो हमसे निरंतर नया कराती है। सकारात्मक बनाती है, साहस पैदा करती है और कभी निराशा के घोर अंधकार में खोने नही देती। सीखने की ललक पैदा करती है। किसी कार्य को आरम्भ करने, जारी रखने और नियमित बनाने की ऊर्जा का संचार करती है। इसलिए प्रेरणा का मंत्र हमें समझना चाहिए। तभी हम अपने तथा दूसरों के लिए भी जीवन में सफलता की स्वर्णिम राह का निर्माण कर सकते हैं। हम अपने जीवन में आशातीत परिवर्तन लाना चाहते हैं, तो जरूरी है कि स्वयं से, अपने अंदर से प्रेरित होना सीखें। स्वयं से प्रेरणा लें आर्थत सेल्फ मोटिवेट होना सीखें। हमारे अंदर कुछ कर गुजरने की प्रेरणा और उत्साह है तो आपके लिए कुछ भी असंभव नहीं है।


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