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एक ही गुरु मंत्र था-गायत्री।सभी का एक ही अभिवादन था-नमस्ते।एक ही विश्वभाषा थी-संस्कृत।
भारतीय किसान यूनियन भानु ने मुख्यकार्यपालक को चौदहसूत्रीय मांगों ज्ञापन सौपाँ।
मुंशी प्रेमचंद का गाय प्रेम 31 जुलाई को मुंशी प्रेमचंद के जन्मदिवस पर विशेष रूप से प्रकाशित
नाग- पंचमी एक अवैदिक परम्परा अंधविश्वास व अधर्म है!
श्री जी गौ सदन का प्रतिनिधिमंडल मिला मुख्य कार्यपालक अधिकारी से
देश में फूट डालने वाला “आर्य और द्रविड़ का घोटाला” विदेशियों का आविष्कार है - श्रीमत् स्वामी समर्पणानन्दजी सरस्वती
वैदिक सिद्धांत के आधार पर जीवों को दो भागों में बाँटा गया है।