महात्मा ज्योतिराव फूले के जन्म-दिन पर समारोह का हुआ आयोजन

ताहिर अली संवाददाता दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गाजियाबाद।
गाजियाबाद। दिनांक 11 अप्रैल 2024 को लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट द्वारा ज्ञानपीठ केन्द्र 1, स्वरूप पार्क जी0 टी0 रोड साहिबाबाद के प्रांगण में सामाजिक क्रान्ति के अग्रदूत, शिक्षाविद, पाखंड, कर्मकांड के घोर विरोधी, महात्मा ज्योतिराव फूले के जन्म-दिन समारोह की अध्यक्षता समाजवादी चिंतक, पूर्व अधिकारी सी0 पी0 सिंह ने किया, समारोह के मुख्य अतिथि ड़ा0 विशन लाल गौड़ पूर्व प्राचार्य अतर्रा महाविद्यालय रहे, आयोजन इंजी0 धीरेन्द्र यादव ने किया, सम्मानित अतिथि ड़ा0 सरोज यादव ने कार्यक्रम का संचालन किया, मुख्य वक्ता शिक्षाविद राम दुलार यादव संस्थापक/ अध्यक्ष लोक शिक्षण अभियान ट्रस्ट ने कार्यक्रम को संबोधित किया, समाज सेविका फूलमती यादव ने अतिथियों को सम्मानित किया, कार्यक्रम में शामिल साथियों ने महात्मा ज्योतिबा राव फूले के चित्र पर पुष्प अर्पित कर उनके बताए मार्ग पर चलने का संकल्प लिया, जलपान की व्यवस्था थी। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए शिक्षाविद राम दुलार यादव ने कहा कि ज्योतिबा राव फूले ने कमजोर, वंचित वर्गों में शिक्षा की ज्योति जगाई, उन्होने प्रथम विद्यालय 1848 में खोला, वर्चस्व, मनुवादी लोगों के शिक्षा पर एकाधिकार को तोड़ा, उनमें उनका सहयोग गफ्फार बेग, उस्मान शेष, फातिमा शेष और लिजिट ने दिया, उन्होने अपनी पत्नी सावित्री बाई फूले को शिक्षा देने के लिए शिक्षित किया| उन्होने सत्य शोधक समाज की स्थापना की, जहां रूढ़िवाद, धार्मिक पाखंड, कर्मकांड, अंधविश्वास, झूठ, भ्रम का विरोध तथा सत्य के प्रचार-प्रसार के साथ अज्ञानता को जड़ से खत्म करने के लिए अनेकों विद्यालयों की स्थापना की, विधवा विवाह का समर्थन और बाल विवाह का विरोध किया, दलित, शोषितों के लिए कुएं, तालाब का निर्माण करवाया। ड़ा0 सरोज यादव ने कहा कि ब्रिटिश सरकार द्वारा 1883 में महिलाओं को शिक्षित करने के महान कार्य के लिए उन्हे “स्त्री शिक्षणअद्य जनक” सम्मान से गौरवान्वित किया, उन्होने धार्मिक गुलामी से मुक्ति का संदेश जन-जन में पहुंचाया, उन्होने दलितों, शोषितों को पुजारियों, पुरोहितों, सूदखोरों आदि की सामाजिक, सांस्कृतिक दासता से मुक्ति दिलाने का कार्य किया, सत्यशोधक समाज का उद्देश्य शिक्षा के लिए लोगों में अलख जगाने का था, नारी शिक्षा के लिए हम सभी महात्मा ज्योतिबा राव फूले, सावित्री बाई फूले के कर्जदार हैं, उन्हे श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। ड़ा0 विशन लाल गौड़ ने कहा कि महात्मा ज्योतिबा राव फूले विलक्षण प्रतिभा के धनी कवि, लेखक, समाज सुधारक थे, उस समय का समाज वैचारिक रूप से गर्हित अवस्था में बीमार था, शिक्षा पर कुछ लोगों का कब्जा था, उसे तोड़ने का कार्य पति, पत्नी और उनके सहयोगियों ने किया, जैसे सूर्य ग्रहण, चन्द्र ग्रहण बहुत देर तक अंधकार नहीं कर सकते उसी तरह ज्योतिबा राव फूले, सावित्री बाई फूले अज्ञान के अंधकार से लोगों में ज्ञान की ज्योति प्रज्वलित की, रुकावट तो आयी लेकिन वह लोग अपने उद्देश्य में सफल रहे, आज भी ऐसे विचारवान लोगों की जरूरत है। कार्यक्रम में शामिल रहे, सी0 पी0 सिंह, ड़ा0 विशन लाल गौड़, राम दुलार यादव, फूलमती यादव, ड़ा0 सरोज यादव, हृदयानंद यादव, ड़ा0 देवकर्ण चौहान, इंजी0 धीरेन्द्र यादव, एस0 एन0 जायसवाल, मुनीव यादव, हुकुम सिंह, एस0 एन0 अवस्थी, लक्ष्मी नारायण सहगल, राम नयन यादव, शिवम पांडे, राजीव गर्ग, प्रेम चंद पटेल, सुरेश कुमार भारद्वाज, शीतल, रेशमा, नवीन कुमार, खुमान, हरिकृष्ण, सुभाष यादव, अमर बहादुर, अवधेश यादव, दिलीप कुमार, अखिलेश कुमार शुक्ल आदि |

                                                                                                                           

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