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मदरसा देवबंद के फतवा पर स्वामी चक्रपाणि महाराज ने राष्ट्रद्रोह का लगाया आरोप

रामानन्द तिवारी संवाददाता दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स दिल्ली।दिल्ली। मदरसा दारूल उलूम देवबंद ने एक विवादास्पद फतवा जारी किया है, जिसमें गजवा ए हिंद को वैधता देने की बात कही गई है। इस बयान के कारण समाज में बवाल मच गया है और राष्ट्रीय सुरक्षा संदेहों का सामना कर रहा है।
संत महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज ने इसे देशवासियों के खिलाफ एक घातक कदम बताया है। उन्होंने कहा कि इस फतवे का जारी किया जाना देशवासियों के प्रति अनुचित है और इसे राष्ट्रद्रोह के तहत देखा जाना चाहिए, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के संदेह को और भी गंभीर बनाता है। इस मामले में संविधान की धारा 153बी के तहत राष्ट्रद्रोह के आरोपी खिलाफ कानूनी कार्रवाई की आवश्यकता है। सर्वोच्च न्यायालय को इस मामले को संज्ञान में लेना चाहिए और केंद्र सरकार को तत्काल कठोर कार्रवाई करने के लिए संदेश देना चाहिए। इस घटना के पीछे सिमी और पीएफआई जैसे आतंकी संगठनों का हाथ जुड़ा है, जिनके संरक्षण में सरकार को और भी सख्त होना चाहिए। समाज को इस प्रकार के विवादों से दूर रहना चाहिए और राष्ट्रीय एकता को मजबूत करने के लिए सामूहिक रूप से कदम उठाने चाहिए। धार्मिक संस्थानों को भी अपने आधिकारों का सही और सावधानी से प्रयोग करना चाहिए, ताकि राष्ट्र की एकता और अखंडता को किसी भी प्रकार के खतरे से बचाया जा सके।

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