स्टार्टअप के लिए शैक्षणिक अनुसंधान एवं विकास कोई कैसे करता है? विषय पर व्याख्यान का हुआ आयोजन

मनोज तोमर ब्यूरो चीफ दैनिक फ्यूचर लाइन टाईम्स गौतम बुद्ध नगर।
ग्रेटर नोएडा। भारत में अनुसंधान एवं उत्पाद विकास के क्षेत्र में हुए कार्यों के प्रभाव और इस ज्ञान से धन संपदा की ओर ध्यान देना होगा…  प्रो वी. रामगोपाल राव।
स्टार्टअप के लिए शैक्षणिक अनुसंधान एवं विकास: कोई इसे कैसे करता है? विषय पर गौतम बुद्ध विश्वविद्यालय ने व्याख्यान का आयोजन विज्ञान और तकनीकी के छात्रों के लिए किया। इस व्याख्यान के लिए विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो आरके सिन्हा ने आईआईटी दिल्ली के पूर्व निदेशक और वर्तमान में इलेक्ट्रिकल इंजिनीरिंग में पील्लय पीठ के आचार्य प्रो वी॰ रामगोपाल राव को आमंत्रित किया। प्रो आरके सिन्हा ने प्रो राव का संक्षिप्त परिचय के दौरान उनकी उपलब्धीयों के साथ बताया कि प्रो राव इलेक्ट्रिकल इंजिनीरिंग में नैनो तकनीकी क्षेत्र में एक बड़ा नाम है और इन्होंने 480 शोध पत्र एवं 50 से ज़्यादा पैटेंट इनके नाम पंजीकृत है। देश और विदेश में इन्हें कई प्रतिष्ठित पुरस्कार और सम्मान प्रदान किए गए हैं।  भारत में अनुसंधान एवं उत्पाद विकास के क्षेत्र में हुए कार्यों के प्रभाव और इस ज्ञान से धन संपदा की ओर ध्यान देना होगा। प्रो राव ने कहा कि हमारे कुछ शोध टॉप-डाउन होते जा रहे हैं जहां 'समस्या का समाधान' नहीं बल्कि 'समस्या की तलाश में समाधान' पर ध्यान देने की ज़रूरत है और इस संदर्भ में नई शिक्षा नीति २०२० दिशा में एक सही कदम है। व्याख्यान का छात्रों के साथ साथ शिक्षकों ने भी प्रतिभाग किया और प्रश्नोत्तर काल में छात्रों के प्रश्नों का एक एक कर उत्तर दिया और उन्हें अपने क्षेत्र में अनुसंधान करने को प्रेरित किया। कार्यक्रम के अंत में प्रो एनपी मलकनिया, अधिष्ठाता शिक्षिक ने विश्वविद्यालय परिवार की ओर से प्रो राव का अपने व्यस्त दिनचर्या के बावजूद, विश्वविद्यालय के छात्रों एवं शिक्षकों को अपना बहुमूल्य समय के साथ नवाचार एवं उत्पाद विकास ऐसे ज्वलंत मुद्दे पर अपने विचार साझा करने के लिए धन्यवाद ज्ञापन किया।

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