एक मुसलमान ने कहा कि मैं घर वापसी को तैयार हूं

मुसलमानों की घर वापसी कैसे कराई जाए ?एक मुसलमान ने कहा कि मैं घर वापसी को तैयार हूं किन्तु मुझे कारण बताओ कि किस तरह हिंन्दू धर्म इस्लाम से बेहतर है। सिर्फ बेहतर ही नही यह सिद्ध करो कि हिन्दू धर्म ही ईश्वर प्रदत्त धर्म है।


क्या हमारे हिन्दू संघठनो में सामर्थ्य है ये सिद्ध कर सके कि इस्लाम अंधविश्वासों , पाखण्ड, झूठी कहानियों , कुतर्को , व्याभिचार , शोषण से भरा हुआ और हिन्दू धर्म इन सभी से मुक्त है?


हम मुसलमानों से कैसे कहे कि मोहम्मद ने जो उंगली दिखा कर चाँद के दो टुकड़े कर दिए थे , वह कथा झूठी है , विज्ञान विरुद्ध है , कुतर्को से भरी पड़ी है। किन्तु हम खुद यह मानते है कि हनुमान जी ने सूर्य निगल लिया था,एक राक्षस पृथ्वी को समुद्र में छुपा देता है।हम मुसलमानों को कैसे कह दे कि मोहमद जिस घोड़ी पर बैठकर जन्नत गया था, उस अल्बुराक नामक घोड़ी का सिर स्त्री का नही हो सकता , ये झूठ है। किन्तु हम खुद यह मानते है कि गणेश जी के हाथी का सर लग सकता है और बुद्धि भी मनुष्य की ही उसमे फिट होगी और वह हाथी के मुँह से मनुष्यों की भाषा बोल भी सकता है।नरसिंह का शरीर मनुष्य का व सिर सिंह का जरूर हो सकता है, वराह नामक देवता का सिर सुअर का हो सकता है।हम मुसलमान को कैसे कह दे कि कोई जन्नत नही होती, जहां 72 हुरे मिलती है, शराब मिलती है, सच नही हैं।किन्तु हमारे हिन्दू भाई , बाबा, साधु संत सभी स्वर्ग नरक की कथाओं को सच मानते है , एक इंद्र है जो नृत्य देखता है और सोमरस पीता है, कोई भैंसे पर बैठा यमराज है, बही खाता लिखता चित्रगुप्त है , यमदूत है, पवन अग्नि नामक मनुष्य की तरह दिखने वाले देवता है।*


*दुर्गा माँ के 16 हाथ है, ब्रह्मा के चार मुंह है, शनि नामक कोई देवता कौए की सवारी करता है, हाथी चूहे की सवारी करता है, स्त्री शेर की सवारी करती है, कृष्ण की 16000 रानियां थी, शिव जी भांग पीते थे, कभी स्त्री के मैल से बालक पैदा हो गया, कभी पुरुष के पसीने से*


*न जाने कितनी कल्पनाओं, कुतर्को, अंधविश्वासों, झूठी कहानियों में डूबा हुआ है हमारा यह हिन्दू धर्म, ये सब साजिश है हमारे ही बाबाओ की, मक्कार साधु संतों की, हिन्दू रक्षा के नाम पर बनाये गए संघठनो के शीर्ष नेतृत्व की। तुम्हारे पाखण्ड और अंधविश्वास से उनकी दुकान चलती है , राजनीति चमकती है।*


हिन्दुओ कैसे बुलाओगे विधर्मियों को अपनी ओर


पंडित महेंद्र पाल आर्य (भूतपूर्व इमाम) ने हजारों मुसलमानों की वापसी कराई वेदो के सिद्धांत बता कर


स्वामी श्रद्धानंद ने लाखों मुसलमानों की घर वापसी कराई इन्ही वेद के सिद्धांतों के दम पर


चितोडाझाल गुरुकुल के आचार्य आज भी हर सप्ताह सैकड़ो हिन्दुओ को वेदो की शिक्षा देकर दृढ बना रहे है,आर्य बना रहे हैं।पवित्र “वेद" ही धर्म का मूल रहा है, यही ईश्वरीय वाणी है, यही सत्य सनातन वैदिक धर्म है , इसमें ना जादू टोना है, न चमत्कार, न अंधविश्वास, न पाखण्ड, न पशुबलि, न पाषाण पूजा, न मांसभक्षण । विशिष्ट ज्ञान विज्ञान से भरा हुआ है वेद।*


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