लखनऊ में भारी बारिश के चलते स्कूलों में छुट्टी घोषित, 16 जिलों में तेज बारिश होने का अलर्ट 

फ्यूचर लाइन टाईम्स, दिनांक 26 सितम्बर 2019, रिपोर्ट रामा नन्द तिवारी, लखनऊ : उत्तर प्रदेश में राजधानी लखनऊ समेत कई जिलों में गुरुवार सुबह से ही तेज बारिश हो रही है। अभी 27 सितम्बर तक मानसून की सक्रियता के संकेत मिल रहे हैं। मौसम विभाग ने सूबे के 16 जिलों में तेज बारिश होने का अलर्ट जारी किया है।
स्कूल में छुट्टी
 खराब मौसम और अतिवृष्टि को देखते हुए लखनऊ जनपद के कक्षा नर्सरी से कक्षा 12  तक के सभी विद्यालयों में कल दिनांक 27 सितंबर को अध्ययनावकाश तत्काल प्रभाव से घोषित किया जाता है। निर्वाचन प्रक्रिया ,नामांकन प्रक्रिया यथावत चलती रहेगी
वहीं लखनऊ में भारी बारिश के चलते डीएम कौशल राज शर्मा ने शुक्रवार को नर्सरी से 12 वीं कक्षा तक अध्‍ययनावकाश घोषित किया है। स्‍कूलों में परीक्षा पर किसी तरह की रोक नहीं लगाई गई है, केवल अध्‍ययनावकाश दिया गया है। लखनऊ के अलावा कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी, गोरखपुर, कुशीनगर, आगरा, मथुरा और अयोध्या समेत कई जिलों में गुरुवार सुबह से लगातार तेज बारिश हो रही है। कुछ जिलों में तो बुधवार को ही बूदाबांदी शुरू हो गई थी। बारिश के चलते तमाम छात्र-छात्राएं स्कूल नहीं जा सके। सरकारी और गैर सरकारी कार्यालयों में भी तेज बारिश के चलते कर्मचारियों की उपस्थिति काफी प्रभावित रही। तेज बारिश के कारण प्रदेश के विभिन्न शहरों में पानी जमाव और फिसलन की खबरें दिन भर आती रहीं। बाराबंकी में लगातार पानी बरसने से एक दीवार गिर गई, जिसमें दबकर एक महिला के मौत होने की खबर है।
इन 16 जिलों में भारी बारिश होगी
मौसम विभाग ने बुधवार को चेतावनी जारी की थी कि उत्तर प्रदेश के 16 जिलों जिसमें राजधानी लखनऊ के साथ कन्नौज, लखीमपुर खीरी, सीतापुर, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, बाराबंकी, गोंडा, बहराइच, श्रावस्ती, संत कबीर नगर, अयोध्या, सिद्धार्थनगर, बस्ती अंबेडकरनगर तथा पास के क्षेत्र में मध्यम से भारी बारिश होगी।
मौसम विभाग की इस चेतावनी के बाद से जिला प्रशासन के अधिकारियों ने संबंधित जिलों में इंतजाम करना शुरू कर दिया है। उ.प्र के कानपुर, प्रयागराज, वाराणसी और गाजीपुर समेत कई जिलों में पिछले कई दिनों से गंगा और यमुना नदियों में बाढ़ का भारी प्रकोप फैला हुआ है। नदियों में आई बाढ़ और लगातार बारिश के चलते सैकड़ों घरों में पानी घुस गया है, जिसमें आम जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है।


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