धरोहर समिति अपना 14वा लव-कुश प्रभु श्री रामलीला महोत्सव -2019

रिपोर्टर, मनोज तोमर ,गाजियाबाद : दिनांक 1अगस्त 19, धरोहर प्रवासी समिति का गठन वर्ष 2007 में हुआ था, इसके गठन का मुख्य उद्देश्य उत्तराखण्ड और उत्तराखंड के लोगों के हितों का संरक्षण एवम उनमें एकता का भाव पैदा करके उनके विकास के लिये कार्य करना है....साथ ही साथ धरोहर सामाजिक सरोकारों के मुद्दे पर भी कार्य करती है, जिसमें गंगा बचाओ, सफ़ाई व्यवस्था, मेडिकल कैम्प महिलाओं के स्वास्थ के साथ बच्चों की शिक्षा पर भी काम करती है, इसके साथ ही, धरोहर परिवार सालाना तौर पर उत्तराखण्ड की होली, भागवत और रामलीला का आयोजन करती है
इस वर्ष धरोहर समिति अपना 14वा   लव-कुश  प्रभु श्री रामलीला महोत्सव -2019 का आयोजन कर रही है, जो गाज़ियाबाद के इंदिरापुरम क्षेत्र में होती है....धरोहर की रामलीला उत्तराखण्ड के कुमाऊँ क्षेत्र  की भीमताली  गायन शैली में होती है और यह  एकमात्र रामलीला है जो शास्त्रीय छंदों, दोहों और गीतों पर आधारित है, इसके गीत संगीत विभिन्न रागों पर आधारित है, साथ ही इस रामलीला में कुमाऊँ की पारम्परिक संगीत की महक भी है, और उत्तम श्रेष्ठ शेरों - शायरी से युक्त है, यह रामलीला कुमाऊँ के प्रसिद्द रामलीला के विद्द्वान श्री रामदत्त पांडे जी द्वारा लिखित है... उत्तराखण्ड की इस शैली की रामलीला यूनेस्को द्वारा संरक्षित रामलीलाओं की श्रेणी में आती है धरोहर सस्था के सरंक्षका श्री सुरेन्द्र नेगी, श्रीमती विमला रावत,श्री दिनेश मोहन घगडियाल,  चंदन गुसाई जी के नेतृत्व में धरोहर संस्था का मार्गदर्शन कर रहे है धरोहर रामलीला अध्यक्ष  रतन सिंह बोहरा जी ने बताया कि  आजकल सभी कलाकार पूरे सिद्त के साथ रिहल्सल में जूट हुये है धरोहर रामलीला की महत्वपूर्ण बात यह है कि उसमें सभी कलाकार धरोहर परिवार के ही होते है जिसमे महिलाओं के किरदार महिलाये ही निभाती है और पुरुषों  के किरदार पुरूष ही निभाते है  इसी कड़ी को आगे जोड़ते हुये धरोहर परिवार के सदस्य आगामी 8/9/2019 रविवार को भूमिपूजन की तैयारियों में लगे हुए है जिसमे श्री भगत सिंह बिष्ट,त्रिभुवन जोशी, तारा दत शर्मा, लक्ष्मी रावत।लता बवाड़ी,बॉबी रावत, गोपाल घुघतियाल।राजेन्द्र बिष्ट व  आचार्य नरेन्द्र जेदली जी सभी पदाधिकारी रामलीला की भब्य से भब्य बनाने में लगे हुये है


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