-->

नौएडा प्राधि. का अतिक्रमण विरोधी अभियान से भंगेल अभी दुर है?

राजेश बैरागी-
करोड़ों की कीमत के फार्म हाउस और बैंकट हॉल  ढहाने की कार्रवाई के बीच यहीं मौजूद भंगेल कस्बे का अतिक्रमण नौएडा प्राधिकरण को मुंह चिढ़ा रहा है। मुख्य दादरी नौएडा मार्ग पर दिन में किसी भी समय निकलना युद्ध जीतने के बराबर है।
     नौएडा प्राधिकरण आजकल अपनी करोड़ों रुपए की जमीन अवैध कब्जों से खाली करा रहा है। एक प्रकार से प्राधिकरण की यह अपनी खोई हुई जमीन तलाशने का प्रयास भी है।नव आगंतुक मुख्य कार्यपालक अधिकारी श्रीमती रितु माहेश्वरी के सख्त तेवरों का कमाल है कि कल तक अजेय और दुर्जेय समझे जाने वाले अवैध कब्जे की भूमि कश्मीर की तरह आसानी से प्राधिकरण में मिलाई जा रही है। अभियान की आयु और सफलता की मात्रा हम भविष्य पर छोड़ते हैं क्योंकि कई दशकों में जो देखा सुना है,उस कसौटी पर इस कार्रवाई को कसें तो निराशा ही हाथ लगेगी।
आज का विषय मात्र इतना है कि सेक्टर ११० और गांव गेझा की ओर जिन फार्म हाउस व बैंकट हॉल पर प्राधिकरण का हथौड़ा वर्तमान में चल रहा है उसके बिल्कुल निकट भंगेल कस्बे में मुख्य दादरी नौएडा मार्ग अतिक्रमण से लहुलुहान है। सुबह शाम तो रोड़ देखने के लिए दूरबीन की आवश्यकता पड़ सकती है, दिन में भी यहां से निकलना आसान नहीं है।शाम के समय सड़क पर बाकायदा ठेली पटरी का बाजार सजता है। दुर्घनाओं को नजरंदाज भी कर दें तो सड़क पर चलना तो नागरिकों का अधिकार है।नागरिकों के इस अधिकार को छीन लेने वाले दुकानदारों पर प्राधिकरण कब हथौड़ा चलायेगा यही देखना अहम होगा।( फ्यूचर लाईन टाइम्स हिंदी साप्ताहिक नौएडा)


एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ