ग्रेटर नोएडा। गौतम बुध नगर बार एसोसिएशन दीवानी है फौजदारी के पूर्व अध्यक्ष राजेंद्र नगर एडवोकेट ने बताया कि गौतम बुद्ध नगर बार एसोसिएशन (दीवानी एवं फौजदारी) के संस्थापक अध्यक्ष और वरिष्ठ अधिवक्ता, परम् आदरणीय एडवोकेट ऋषिपाल नागर का दिनांक 11 जुलाई 2024 को बीमारी के चलते स्वर्गवास हो गया। यह समाचार सभी के लिए स्तब्ध करने वाला है।
ऋषिपाल नागर न केवल एक प्रतिष्ठित अधिवक्ता थे, बल्कि उन्होंने गौतम बुद्ध नगर बार एसोसिएशन की नींव रखकर अनेक अधिवक्ताओं के लिए प्रेरणा स्रोत बने। उनके नेतृत्व और दिशा-निर्देशों ने बार एसोसिएशन को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया। उनकी विद्वत्ता और न्यायप्रियता के लिए उन्हें हमेशा याद किया जाएगा।
ऋषिपाल नागर के निधन से अधिवक्ता समुदाय में शोक की लहर दौड़ गई है। उनके सहयोगी, मित्र और परिवारजन इस अपूरणीय क्षति से गहरे शोक में हैं। ईश्वर से प्रार्थना है कि दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें और उनके परिवार को इस कठिन समय में संबल और धैर्य दें।
ऋषिपाल नागर का अंतिम संस्कार दिनांक 12 जुलाई 2024 को उनके पैतृक ग्राम कचेड़ा वारसाबाद में सुबह 10:30 बजे किया गया। इस अवसर पर अनेक वरिष्ठ अधिवक्ताओं, सहयोगियों और स्थानीय निवासियों ने उन्हें अंतिम विदाई दी। उनकी अंतिम यात्रा में लोगों की भारी भीड़ उमड़ी, जो उनके प्रति सम्मान और स्नेह को दर्शाता है।
ऋषिपाल नागर ने अपने करियर में अद्वितीय योगदान दिया। उन्होंने न्याय और सत्य के प्रति अपनी अटूट निष्ठा के माध्यम से अनेक जटिल मामलों का सफल निपटान किया। उनका जीवन और कार्य अधिवक्ता समुदाय के लिए सदैव प्रेरणादायक रहेगा। बार एसोसिएशन के अध्यक्ष उमेश भाटी एडवोकेट ने बताया कि पूर्व अध्यक्ष रिशिपाल नागर एडवोकेट की स्मृति में, गौतम बुद्ध नगर बार एसोसिएशन ने एक विशेष श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया, जिसमें उनके योगदान और उपलब्धियों को स्मरण किया गया। सभी ने एकमत से कहा कि ऋषिपाल नागर का स्थान कोई नहीं ले सकता, और उनके दिखाए मार्ग पर चलकर ही हम उनकी सच्ची श्रद्धांजलि अर्पित कर सकते हैं।
उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए, वरिष्ठ अधिवक्ता ओमवीर सिंह आर्य एडवोकेट ने कहा कि "ऋषिपाल नागर जी का निधन हम सभी के लिए गहरा आघात है। उन्होंने अपनी मेहनत, लगन और समर्पण से बार एसोसिएशन को नई पहचान दी। उनकी कमी को कभी पूरा नहीं किया जा सकेगा। ईश्वर से प्रार्थना है कि उनकी आत्मा को शांति और परिवार को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।"
ऋषिपाल नागर का जीवन समर्पण, सेवा और न्याय के प्रति निष्ठा का प्रतीक था। उनके दिखाए मार्ग पर चलकर ही हम उनकी स्मृति को जीवंत रख सकते हैं। भगवान उनकी आत्मा को शांति दें और उनके परिवार को इस कठिन समय में संबल प्रदान करें।
ऋषिपाल नागर का निधन न केवल अधिवक्ता समुदाय, बल्कि पूरे समाज के लिए एक बड़ी क्षति है। उनकी यादें, उनके कार्य और उनकी प्रेरणा हमेशा हमारे साथ रहेंगी। भगवान दिवंगत आत्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दें एवं परिवारजनों को इस दुख को सहने की शक्ति प्रदान करें।
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